India-China Border Dispute: भारत-चीन सीमा तनाव पर जीओसी-इन-सी पूर्वी कमान आरपी कलिता (RP Kalita) ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने शुक्रवार (27 जनवरी) को कहा कि एलएसी (LAC) के बारे में दोनों देशों की अलग-अलग धारणाएं हैं जो भिड़त की ओर ले जाती हैं. हालांकि, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में स्थिति अब सामान्य है, लेकिन अप्रत्याशित हैं, सीमाओं के परिसीमन की अनुपस्थिति के कारण कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता. 


आरपी कलिता ने कहा कि भारत लगातार सीमा पार होने वाली गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है और हम किसी भी तरह की उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं. भारत-चीन सीमावर्ती क्षेत्रों में चीनी सैनिकों की वृद्धि पर जीओसी-इन-सी पूर्वी कमान आरपी कलिता हमने पढ़ा है कि धीरे-धीरे हमारे क्षेत्रों के विपरीत सैनिकों की तैनाती में वृद्धि हुई है, साथ ही पीएलए की ओर से नीचे की सीमाओं पर बुनियादी ढांचे किए जा रहे हैं. इन इलाकों में तैनात (चीनी) सैनिकों की संख्या का अंदाजा लगाना मुश्किल है, लेकिन हम इन क्षेत्रों में लगातार और बारीकी से घटनाक्रम की निगरानी कर रहे हैं.


"हमारी यूनिट्स समर्पण के साथ काम कर रही"


उन्होंने कहा कि बीते साल रूस-यूक्रेन युद्ध से सुरक्षा और आर्थिक गिरावट के रूप में भू-राजनीतिक गतिशीलता में गहरा परिवर्तन देखा गया, धीरे-धीरे भारत-प्रशांत क्षेत्र में शक्ति केंद्र का स्थानांतरण हुआ जिसने हमारे पड़ोस में अचानक महत्वपूर्ण विकास देखा. पूर्वी सेना पूर्वी सीमाओं पर क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है और हमारी यूनिट्स समर्पण के साथ काम कर रही हैं. हम लगातार विकसित हो रहे हैं और आने वाली परिचालन चुनौतियों से अवगत हैं. 


"राष्ट्र सशस्त्र बलों पर भरोसा करता है"


जीओसी-इन-सी पूर्वी कमान आरपी कलिता ने विपक्षी दलों की ओर से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे जाने पर कहा कि ये एक राजनीतिक प्रश्न है. इसलिए मैं उस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा. मुझे लगता है कि राष्ट्र भारतीय सशस्त्र बलों पर भरोसा करता है.


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