नई दिल्लीः पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जारी चीन के साथ तनाव को लेकर देश के अंदर की राजनीति गर्म है. इस पर बीजेपी बनाम कांग्रेस तो जारी है ही, अब मायावती और प्रियंका गांधी आमने-सामने आ गई हैं. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बीएसपी प्रमुख मायावती पर सीधा हमला बोलते हुए उन्हें बीजेपी की अघोषित प्रवक्ता बता दिया है. प्रियंका की यह प्रतिक्रिया मायावती के उस बयान पर आया है जिसमें बीएसपी प्रमुख ने कहा कि भारत-चीन सीमा विवाद में बीएसपी, बीजेपी सरकार के साथ खड़ी है.


मायावती के बयान पर ट्वीट करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा "जैसा कि मैंने कहा था कि कुछ विपक्ष के नेता भाजपा के अघोषित प्रवक्ता बन गए हैं, जो मेरी समझ से परे है. इस समय किसी राजनीतिक दल के साथ खड़े होने का कोई मतलब नहीं है. हर हिंदुस्तानी को हिंदुस्तान के साथ खड़ा होना होगा, हमारी सरजमीं की अखंडता के साथ खड़ा होना होगा और जो सरकार देश की सरजमीं को गंवा डाले उस सरकार के खिलाफ लड़ने की हिम्मत बनानी पड़ेगी."


आपको बता दें कि चीन के घुसपैठ की खबरों और सीमा पर तनाव के बीच बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे के चीन कनेक्शन को लेकर आरोप प्रत्यारोप की राजनीति में उलझी हुई है. हालांकि इसकी शुरुआत बीजेपी ने की.


अब भारत-चीन सीमा विवाद पर बीजेपी-कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति को मायावती ने चिंताजनक और राष्ट्रहित के खिलाफ बताया है. हालांकि मायावती ने यह भी कहा कि भारत-चीन सीमा विवाद के मुद्दे पर बीएसपी केंद्र सरकार ने साथ है चाहे जिस भी पार्टी की सरकार हो.


मायावती के इस रुख के बाद उनपर प्रियंका गांधी ने जिस तरह उनपर सीधा और तीखा हमला किया उससे साफ है कि यूपी की राजनीति में कांग्रेस बीएसपी को बीजेपी के पिछलग्गू कर तौर पर पेश करने की कोशिश कर रही है ताकि बीएसपी से पहले मुस्लिम वोटबैंक और फिर बीजेपी विरोधी दलित वर्ग को अपनी तरफ रिझा सके.


हालांकि प्रियंका गांधी द्वारा सीधे तौर पर बीजेपी के अघोषित प्रवक्ता कहे जाने पर मायावती की प्रतिक्रिया का इंतजार है लेकिन मायावती ने खुद ही प्रियंका गांधी के उस बयान का जवाब दिया है जिसमें प्रियंका ने पिछले दिनों विपक्ष के नेताओं को बीजेपी के अघोषित प्रवक्ता कह दिया था.


इस आरोप को बेतुका बताते हुए मायावती ने कहा कि राजनीतिक पार्टियां अपने झूठे आरोप लगाती हैं. बीएसपी किसी की प्रवक्ता नहीं है बल्कि उसकी खुद की मजबूत विचारधारा है.


बीते दिनों यूपी राज्य बाल संरक्षण आयोग ने कानपुर बालिका संरक्षण गृह को लेकर प्रियंका गांधी के एक फेसबुक पोस्ट पर उन्हें नोटिस जारी कर जवाब तलब किया था. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रियंका गांधी ने खुद को इंदिरा गांधी की पोती और विपक्ष के नेताओं को बीजेपी का अघोषित प्रवक्ता कहा था.


प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर लिखा था "जनता के एक सेवक के रूप में मेरा कर्तव्य यूपी की जनता के प्रति है, और वह कर्तव्य सच्चाई को उनके सामने रखने का है. किसी सरकारी प्रॉपगैंडा को आगे रखना नहीं है. यूपी सरकार अपने अन्य विभागों द्वारा मुझे फिज़ूल की धमकियां देकर अपना समय व्यर्थ कर रही है. जो भी कार्यवाही करना चाहते हैं, बेशक करें. मैं सच्चाई सामने रखती रहूंगी. मैं इंदिरा गांधी की पोती हूं, कुछ विपक्ष के नेताओं की तरह भाजपा की अघोषित प्रवक्ता नहीं."


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