नई दिल्ली: भारत-चीन तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सरकार के उच्चस्तरीय समूह चाइना ग्रुप स्टडी की बैठक ली. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल भी इसमें शामिल हुए. इस मीटिंग में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के ताजा हालात पर चर्चा की गई. विदेश मंत्री एस जयशंकर भी इस बैठक में मौजूद थे.


बता दें कि पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच पिछले चार महीनों से तनाव की स्थिति है. चीनी सेना और भारतीय सैनिकों के बीच हिंसक झड़प भी हो चुकी है. चीन एक तरफ शांति की बात करता है तो दूसरी तरफ उसके इरादे दुनिया की नजरों में धूल झोंकने वाले हैं. चीन के सरकारी अखबार के लेख में इसका ताजा उदारहण मिला है.


चीन के ग्लोबल टाइम्स में भड़काऊ लेख


चीन की चालबाजी को लेकर भारत लगातार कड़ा संदेश दे रहा है. चीन शांति की बात कर रहा है लेकिन उसकी कथनी और करनी का अंतर साफ दिख जा रहा है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के एडिटर के ताजा लेख में फिर से भारत को गीदड़भभकी दी गई है. इस लेख में कहा गया है कि अगर भारत सीमा के मुद्दे पर भिड़ने का इरादा रखता है तो वो लाभ की बजाय नुकसान उठाएगा. ना तो भारतीय सेना के मनोबल की तुलना पीएलए से की जा सकती है और ना ही भारतीय सेना के उपकरणों या भारत की राष्ट्रीय ताकत का चीन के लोगों से कोई मिलान किया जा सकता है.


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