'LAC का सीमांकन नहीं होने के कारण समस्याएं होती रहेंगी'- भारत चीन विवाद पर बोले BJP सांसद
india china border issue: भाजपा सांसद जामयांग नामग्याल बोले- चीनी सेना भारतीय चरवाहों को पशु नहीं चराने देती, भारत-चीन के बीच सीमांकन नहीं हुआ है.
India China LAC Ladakh Issue: लद्दाख से बीजेपी सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल का कहना है कि चीनी सेना (China PLA) भारतीय पशु चरवाहों को लद्दाख में LAC के पास चरागाह क्षेत्रों में तब तक प्रवेश नहीं करने देगी, जब तक कि दोनों देशों के बीच सीमा विवाद (India China Border) हल नहीं हो जाता. उन्होंने कहा कि अभी भारत-चीन के बीच सीमांकन नहीं हुआ है, जिसके चलते अग्रिम इलाकों में हमेशा समस्याएं बनी रहेंगी. सीमांकन नहीं होने के चलते कुछ मुद्दे सामने आ रहे हैं.
'LAC का सीमांकन होने तक अड़चनें आएंगी'
लद्दाख के सांसद ने कहा, 'जब तक भारत चीन के बीच सीमांकन नहीं होगा, कुछ मुद्दे आड़े आएंगे.' उनके साथ मीडिया को संबोधित करते हुए मंत्री भागवत कराड ने कहा कि भारत भी चीन से आयात कम करने की कोशिश कर रहा है. कहा, “अपने जीवंत ग्रामीण कार्यक्रम के माध्यम से, मोदी सरकार नए चरागाह क्षेत्रों का विकास कर रही है, इसके अलावा सीमावर्ती गांवों के लोगों को सड़क संपर्क, दूरसंचार, पेयजल और स्कूल प्रदान कर रही है. सरकार सीमावर्ती इलाकों से लोगों के पलायन को रोकने के लिए भी कदम उठा रही है.'
'हम मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में नंबर 2 हो गए'
2020 में गलवान घाटी के संघर्ष के बाद देश में चीनी उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया गया था, लेकिन आधिकारिक डेटा, जैसा कि रिपोर्ट्स में बताया गया था, वो यह है कि चीन से भारत का आयात पिछले 30 महीनों में रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया है. इस पर कराड ने कहा, "मैं आपको एक उदाहरण देना चाहता हूं. पिछले साल बजट से पहले चीन से हजारों करोड़ रुपये के छाते आयात किए जाते थे. फिर हमने आयात शुल्क में 200 फीसदी की बढ़ोतरी की. पहले हम मोबाइल इम्पोर्ट करते थे... आज हम मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में नंबर 2 हैं.'
'धीरे-धीरे आत्मनिर्भर बन रहा भारत'
कराड ने कहा, 'अब हम खिलौनों का भी खूब निर्यात कर रहे हैं. सिर्फ चीन ही नहीं, जहां भी हम हाई इंपोर्ट बिल देखते हैं, सरकार स्थानीय उत्पादन को प्रोत्साहन देती रही है. हम हर क्षेत्र में इस दिशा में काम कर रहे हैं कि कैसे हम अपने आयात को कम कर सकते हैं और अपने निर्यात को बढ़ा सकते हैं. हम धीरे-धीरे आत्मनिर्भर बन रहे हैं.,”
भारत का चीन और अमेरिका से व्यापार
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की बात की जाए तो 2021-2022 में 115.83 बिलियन डॉलर के व्यापार के साथ, चीन भारत के कुल व्यापार ($1035 बिलियन) का 11.19 प्रतिशत हिस्सेदार रहा था. साथ ही वह अमेरिका (119.48 बिलियन डॉलर) के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था.
एक दिन पहले केंद्रीय मंत्री किरण कुमार रेड्डी ने संसद में भाजपा के लद्दाख सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल के साथ मुलाकात की थी.
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