Anil Vij Reaction On India China Faceoff: भारत और चीन के सैनिकों के बीच अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग इलाके में झड़प का मामला अब सियासी रंग लेने लगा है. हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई ताजा झड़प को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू (Jawahar Lal Nehru) की तत्कालीन सरकार पर निशाना साधा है. अनिल विज ने ट्विटर पर लिखा, "चीनियों होश करो यह 1962 के कमजोरदिल प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का भारत नहीं है यह 2022 के शेरदिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारत है."


इससे पहले अरुणाचल प्रदेश के तवांग इलाके में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियों ने इस मामले में तीखी प्रतिक्रिया दी. आज यानी मंगलवार को विपक्ष इस मसले को संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में भी उठा सकता है. सूत्रों के मुताबिक, बीते 9 दिसंबर को दोनों देशों के बीच  झड़प हुई थी. इस झड़प में दोनों देशों के जवानों को मामूली चोटें आई हैं. 


अनिल विज ने किया तीखा कमेंट


भारत और चीन के सैनिकों के बीच सीमा विवाद को लेकर अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले याग्त्से एरिया में ताजा झड़प का मामला अब सियासी तूल पकड़ता जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी के नेता और हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज इस मामले को लेकर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है. अनिल विज ने दोनों देशों की सैनिकों के बीच हुई इस झड़प को लेकर ट्विटर के जरिए तत्कालीन जवाहर लाल नेहरू सरकार पर तंज कसते हुए चीन को चेतावनी दी है. साथ ही उन्होंने अपने इस ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ भी की. अनिल विज ने ट्विटर लिखा कि चीनियों होश करो यह 1962 के कमजोरदिल प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का भारत नहीं है. यह 2022 के शेरदिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारत है.  






कांग्रेस ने मोदी सरकार पर लगाया आरोप


इससे पहले भारत चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प को लेकर कांग्रेस ने भी सरकार पर निशाना साधा. कांग्रेस ने कहा कि कहा कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प का मामला सामने आया है। वक्त आ गया है कि सरकार ढुलमुल रवैया छोड़कर सख्त लहजे में चीन को समझाए कि उसकी यह हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी.


कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्विटर के जरिए केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए लिखा, "भारतीय सेना के शौर्य पर हमें गर्व है. सीमा पर चीन की हरकतें किसी भी तरह से स्वीकार नहीं की जाएगी. बीते दो साल से हम बार-बार सरकार को जगाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मोदी सरकार केवल अपनी राजनीतिक छवि को बचाने के लिए इस मामले को दबाने में लगी है. इसी वजह से चीन का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है."


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