भारत और चीन के सैनिकों ने दिवाली के अवसर पर गुरुवार (31 अक्टूबर 2024) को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) समेत कई सीमाओं पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया. सेना के सूत्रों ने यह जानकारी दी. पूर्वी लद्दाख में डेमचोक एवं देपसांग में दो टकराव वाले बिंदुओं पर दोनों देशों की सेनाओं की वापसी के एक दिन बाद यह पारंपरिक प्रथा देखी गयी. इस सहमति से चीन और भारत के संबंधों में मधुरता आई है. अब खबर है कि एलएसी पर पेट्रोलिंग शुरू हो गई है.
सेना के एक सूत्र ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, "दिवाली के अवसर पर एलएसी के साथ कई सीमाओं पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच मिठाइयों का आदान-प्रदान हुआ." सूत्रों ने बताया कि यह आदान-प्रदान एलएसी सहित पांच बॉर्डर पर्सनल मीटिंग (बीपीएम) बिंदुओं पर हुआ.
इन सरहदों पर भारत-चीन ने किया स्वीट एक्सचेंज
मिठाइयों का आदान-प्रदान और बातचीत का यह सिलसिला दोनों देशों के रिश्तों में मधुरता लाने का प्रयास है. सेना के सूत्रों के अनुसार, स्थानीय कमांडरों के बीच संवाद जारी रहेगा, जिससे सीमा पर तनाव कम करने में मदद मिलेगी. दिवाली के मौके पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच लद्दाख में डीबीओ , काराकोरम पास , हॉट स्प्रिंग्स , कॉंग ला और चुशुल मोल्डो में मिठाई का आदान प्रदान किया गया.
डेमचोक और देपसांग से सैनिकों की वापसी
बुधवार (30 अक्टूबर 2024) को दोनों देशों के सैनिकों ने डेमचोक और देपसांग में पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी कर ली, जिससे इन विवादित बिंदुओं पर गश्त बहाल करने का मार्ग प्रशस्त हुआ. यह कदम सीमा पर शांति बहाल करने की दिशा में अहम माना जा रहा है. हाल ही में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी दी थी कि दोनों देशों के बीच पिछले कई हफ्तों से चल रही बातचीत के बाद एक समझौते को अंतिम रूप दिया गया है, जिससे 2020 के विवादों का समाधान मिलने की उम्मीद है.
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