जम्मू में भारतीय सेना के 20 जवानों को नम आंखों से श्रद्धांजलि दी गयी. श्रद्धांजलि देनेवालों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चीनी सामान के बहिष्कार करने का आह्वान किया. सोमवार को पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में भारतीय सेना के 20 जवानों ने वीरगति प्राप्त की थी. उसके बाद लोगों में चीन के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा देखा जा रहा है.


पूरे देश की तरह जम्मू में भी नम आंखों ने बीस शहीदों को याद किया जिन्होंने सोमवार को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया. लोगों ने मोमबतियां जला कर और फूल अर्पित कर नम आंखों से वीरों को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर उन्होंने पीएम मोदी से मांग की कि चीन में बने सामान का बहिष्कार करने के लिए देशवासियों से अपील की जाए.


'प्रधानमंत्री करें चीनी सामान बहिष्कार का आह्नवान'


लोगों ने पीएम नरेंद्र मोदी से देश को चीन में बने सामान का बहिष्कार करने की अपील करने को कहा. श्रद्धांजलि देने वालों ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जब-जब देश से आह्वान किया है लोगों ने उसका पालन किया है. अगर चीन को सबक सीखाना है तो भारत को चीन में बने सामान का बहिष्कार करना होगा क्योंकि चीन के लिए भारत करोड़ों का बाज़ार है. जम्मू में लोगों ने मांग की कि जिस तरह से उडी या पुलवामा हमले के बाद देश को आश्वासन दिया गया था कि उसी तरह चीन से भी बदला लेने का आश्वासन दिया जाए.


आर्थिक मोर्चे पर नुकसान पहुंचाने की अपील


उन्होंने भारत सरकार चीन के खिलाफ बदला लेने के लिए उठाए जा रहे कदम की जानकारी देने की अपील की. जम्मूवासियों ने देशवासियों से भी मांग की है कि चीन के सामान का बहिष्कार करें. उनके मुताबिक अगर ऐसा होता है तो चीन की आर्थिक मोर्चे पर बड़ी हार होगी. इसलिए कि चीन भारत में सामान की बिक्री कर पैसे कमाता है और फिर उसी पैसे से हथियार का इस्तेमाल भारत के खिलाफ करता है. लिहाजा लोगों से मांग की जाती है कि चीन की मजबूत आर्थिक स्थिति पर हमला करने के लिए चीनी सामान का बहिष्कार बड़े पैमाने पर किया जाए.


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