India-China Meeting: 3 साल बाद बीजिंग में हुई भारत और चीन के बीच WMCC की बैठक, LAC पर शांति बहाली को लेकर हुई चर्चा
India-China Meeting: भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच दोनों देशों की बीजिंग में मीटिंग हुई.
India-China Meeting: भारत और चीन ने बॉर्डर पर चल रहे तनाव के बीच बीजिंग में बुधवार (22 फरवरी) को बैठक की. दोनों देशों की सीमा मामलों पर विचार विमर्श और समन्वय के कार्यकारी तंत्र (WMCC) की 26 वीं मीटिंग हुई. इसमें तय हुआ कि जल्द ही 18वीं सीनियर कमांडर्स की बैठक बुलाई जाएगी.
14 जुलाई 2019 के बाद WMCC की पहली बार आमने-सामने की यह मुलाकात है. मीटिंग में भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) ने किया. चीनी शिष्टमंडल का नेतृत्व चीनी विदेश मंत्रालय में सीमा और समुद्री मामलों के विभाग के महानिदेशक ने किया.
मीटिंग में क्या हुआ?
मीटिंग के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘ दोनों पक्षों ने पश्चिमी सेक्टर में भारत चीन सीमा क्षेत्रों वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति की समीक्षा की और शेष क्षेत्रों से पीछे हटने के प्रस्तावों पर खुले और रचनात्मक तरीके से चर्चा की जिससे इस सेक्टर में एलएसी पर शांति और अमन बहाल किया जा सके और द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाने के लिए माहौल कायम किया जा सके.’’
बयान के अनुसार, वर्तमान समझौते और प्रोटोकाल के तहत इस उद्देश्य को हासिल करने के लिये दोनों पक्षों ने जल्द ही किसी तिथि को अगले (18वें) चरण की वरिष्ठ सैन्य कमांडर स्तर की वार्ता आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की. विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने सैन्य और राजनयिक माध्यमों से चर्चा जारी रखने पर सहमति व्यक्त की.
डब्लयूएमसीसी क्या है?
डब्लयूएमसीसी की स्थापना 2012 में सीमा मामलों को लेकर बात करने के लिए हुई थी. साल 2019 के बाद लद्दाख की गलवान घाटी और अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में झड़प हुई थी. इस कारण इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है. बता दें कि भारत और चीन की सेनाओं के बीच अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में पिछले साल दिसंबर में झड़प हुई थी.
इसको लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि भारतीय आर्मी ने जवाब दिया है. उन्होंने 3 जनवरी 2023 को कहा था कि हमारी सेना किसी भी चुनौती के लिए तैयार हैं. इससे पहले लद्दाख की गलवान घाटी में हुए विवाद और फिर तवांग सेक्टर की हुई इस घटना से भारत और चीन के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है.
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