उत्तरी सिक्किम में भारत और चीन के सैनिकों के बीच ‘मामूली फेसऑफ’, स्थानीय कमांडर्स ने सुलझाया मामला
20 जनवरी की ये घटना हुई. खास बात ये है कि पिछले साल 9 मई 2020 को इसी जगह पर घटना हुई थी. तब उस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ था.
नई दिल्ली: एलएसी पर चल रहे टकराव के बीच भारत और चीन के सैनिकों के बीच उत्तरी सिक्किम के नाकूला सेक्टर में झड़प की खबर है. हालांकि, भारत और चीन ने इसे मामूली झगड़ा करार दिया है, लेकिन खबर है कि दोनों तरफ के सैनिक घायल हुए हैं. ये घटना ऐसे समय में सामने आई है जब रविवार को भारत और चीन के कोर कमांडर स्तर की 17 घंटे लंबी मैराथन बैठक हुई थी.
भारतीय सेना ने एक संक्षिप्त बयान जारी कर बताया कि 20 जनवरी को उत्तरी सिक्किम के नाकूला सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच 'मामूली फेसऑफ' यानि झगड़ा हुआ था. दोनों देशों की सेनाओं के स्थानीय कमांडर्स ने बातचीत के जरिए मामले को सुलझा लिया था.
अपने बयान में सेना ने मीडिया से मामले से जुड़े गलत तथ्यों को तूल ना देने का भी आग्रह किया. चीनी सरकार के मुखपत्र, ग्लोबल टाइम्स के संपादक ने भी घटना को झूठी खबर बताते हुए कहा कि चीनी सेना के पास इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है. लेकिन ग्लोबल टाइम्स ने ये भी लिखा कि एलएसी (भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुयल कंट्रोल) पर इस तरह के मामूली-विवाद होते रहते हैं. क्योंकि इस घटना में बहुत ज्यादा सैनिक घायल नहीं हुए हैं इसलिए चीनी सेना के लॉग-बुक में इसका कोई जिक्र नहीं है.
बता दें कि 20 जनवरी को नाकूला में पेट्रोलिंग और एलएसी पर चीनी सैनिकों के घुसपैठ को लेकर दोनों देशों के सैनिकों में धक्का-मुक्की और हाथा-पाई की नौबत आ गई थी. घटना में दोनों तरफ के सैनिकों को मामूली चोटें आई थीं. दोनों देशों के स्थानीय कमांडर्स ने अपने स्तर पर बाद में मामले को सुलझा लिया था. यही वजह है कि घटना की रिपोर्ट सेना-मुख्यालय तक नहीं भेजी गई थी.
गौरतलब है कि उत्तरी सिक्किम में भारत और चीन के बीच पत्थरों से बॉर्डर को रेखांकित किया गया है. लेकिन चीनी सैनिक अक्सर इन पत्थरों को भारतीय सीमा में खिसकाने की कोशिश करते हैं, जिसको लेकर ही विवाद खड़ा हो जाता है.
खास बात ये है कि 20 जनवरी की ये घटना उसी जगह पर हुई है जहां पिछले साल यानि 9 मई 2020 को हुई थी. उस घटना का एक वीडियो भी बाद में वायरल हुआ था जिसमें दोनों देशों के सैनिक धक्का-मुक्की और मारपीट करते देखे गए थे. इससे पहले 5-6 मई को दोनों देशों के सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख के फिंगर एरिया में जबरदस्त झड़प हुई थी. इन दोनों घटनाओं के बाद ही भारत और चीन के बीच एलएसी पर टकराव की स्थिति पैदा हुई थी, जो अब भी जारी है.
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