India China Military Talks: भारत और चीन के बीच सीमा से संबंधित विवाद अब तक बरकरार है. इस बीच दोनों देश वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी से संबंधित लंबित मुद्दों को हल करने के लिए और अधिक सैन्य वार्ता (Military Talks) के लिए सहमत दिख रहे हैं. भारत और चीन शुक्रवार (14 अक्टूबर) को एलएसी (LAC) के साथ बाकी मसलों को उठाने और दोनों के बीच संबंधों में सामान्य स्थिति की बहाली के लिए स्थितियां बनाने के लिए वरिष्ठ सैन्य कमांडरों में एक और दौर की वार्ता आयोजित करने पर सहमत हुए. 


इसके बाद भारत-चीन सीमा (India-China Border) मामलों पर परामर्श और को-ऑर्डिनेशन के लिए दोनों पक्षों की ओर वर्चुअल तरीके से  बैठक आयोजित की गई.


डेमचोक और देपसांग मसले का निकलेगा हल?


भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय (MEA) के संयुक्त सचिव (East Asia) शिल्पक अंबुले ने किया, जबकि चीनी पक्ष का नेतृत्व चीनी विदेश मंत्रालय के सीमा और महासागरीय विभाग के महानिदेशक होंग लियांग ने किया. विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने एलएसी की स्थिति की समीक्षा की और गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स इलाके में पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 पर हालिया डिसइंगेजमेंट का स्वागत किया. हालांकि अभी डेमचोक और देपसांग क्षेत्रों में मतभेद बने हुए हैं.


17वें दौर की सैन्य वार्ता के लिए सहमति


भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) के मुताबिक दोनों पक्ष एलएसी (LAC) के साथ बाकी के मसलों को जल्द से जल्द हल करने के लिए राजनयिक और सैन्य चैनलों के जरिए चर्चा जारी रखने पर सहमत हुए ताकि द्विपक्षीय संबंधों (Bilateral Relations) में सामान्य स्थिति की बहाली के लिए स्थितियां बनाई जा सकें. इसके लिए जल्द से जल्द वरिष्ठ सैन्य कमांडरों के बीच 17वें दौर की वार्ता आयोजित करने पर सहमति बनी है.


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