India-China Relation: विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले-'भारत चीन के साथ बेहतर रिश्ते चाहता है, मगर शर्तों के साथ'
India China Relations: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत-चीन संबंधों को लेकर बड़ी बात कही. उन्होंने कहा-चीन ने सीमा समझोतोंं का उल्लंघन किया है, दोनों देशों के रिश्ते कठिन दौर से गुजर रहे है.
India-China Relation: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (EAM S. Jaishankar) ने साओ पाउलो में एक भारतीय समुदाय (Indian Community) के कार्यक्रम में भाग लेते हुए भारत-चीन के संबंधों (India-China Relation) पर बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि चीन ने सीमा समझौतों की अवहेलना की है और गालवान घाटी (Galwan Valley) को लेकर जारी गतिरोध पर पर्दा डाल रहा है क्योंकि दोनों देशों के बीच संबंध बहुत कठिन दौर से गुजर रहे हैं. जयशंकर ने तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में ब्राजील के साओ पाउलो (Brazil's Sao Paulo) में भारतीय समुदाय से मुलाकात की. इसके बाद वे पराग्वे और अर्जेंटीना भी जाएंगे.
चीन ने गलवान घाटी में क्या किया...
एस जयशंकर ने कहा कि"हमारे पास 1990 के दशक में चीन के साथ समझौते हैं जो सीमा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सैनिकों को लाने पर रोक लगाते हैं लेकिन उन्होंने इसकी अवहेलना की है. आप जानते हैं कि गालवान घाटी में क्या हुआ था. उस समस्या का समाधान अबतक नहीं किया गया है और यह स्पष्ट रूप से उसपर पर्दा डाल रहा है. "
उन्होंने बताया कि फिंगर एरिया, गलवान वैली, हॉट स्प्रिंग्स और कोंगरुंग नाला सहित कई क्षेत्रों में चीनी सेना द्वारा किए गए उल्लंघन को लेकर भारत और चीन अप्रैल-मई 2020 से गतिरोध में लगे हुए हैं. जून 2020 में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प के बाद स्थिति और खराब हो गई.
संबंध कभी एकतरफा नहीं हो सकते
भारत और चीन के बीच मौजूदा सीमा स्थिति पर बोलते हुए जयशंकर ने कहा कि संबंध कभी एकतरफा नहीं हो सकते हैं और इसे बनाए रखने के लिए आपसी सम्मान होना चाहिए. "वे हमारे पड़ोसी हैं और हर कोई अपने पड़ोसी के साथ मिलना चाहता है. निजी जीवन में और देश के अनुसार भी. लेकिन हर कोई उचित शर्तों के साथ मिलना चाहता है. मुझे आपका सम्मान करना चाहिए और आपको मेरा सम्मान करना चाहिए."
जयशंकर ने कहा कि "हमारे दृष्टिकोण से, हम बहुत स्पष्ट हैं कि हमें संबंध बनाना है और पारस्परिक सम्मान होना चाहिए. प्रत्येक के अपने हित होंगे और हमें इस बात के प्रति संवेदनशील होने की आवश्यकता है कि रिश्ते के लिए दूसरों के लिए क्या चिंताएं हैं इसे निर्मित किया जाने वाला है."
जयशंकर ने कहा, "रिश्ते दोतरफा होते हैं. एक स्थायी रिश्ता एकतरफा नहीं हो सकता. हमें उस आपसी सम्मान और आपसी संवेदनशीलता की जरूरत है. अभी यह कोई रहस्य नहीं है कि हम बहुत कठिन दौर से गुजर रहे हैं."
ब्राजील में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों को धन्यवाद
जयशंकर ने ब्राजील और भारत के बीच एक प्रभावी सेतु के रूप में काम करने के लिए भारतीय समुदाय को भी धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, "भारत-ब्राजील संबंध अच्छी भावना, महान सद्भावना और बढ़ते सहयोग से परिभाषित होते हैं. एक प्रभावी सेतु के रूप में सेवा करने के लिए भारतीय समुदाय का धन्यवाद."
EAM जयशंकर ने ट्विटर पर कहा, "साओ पाउलो में भारतीय समुदाय से मुलाकात करके मेरी लैटिन अमेरिकी यात्रा की शुरुआत की. भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने पर प्रगति और आशावाद को उनके साथ साझा किया."विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि अपनी यात्रा के दौरान, विदेश मंत्री अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय संबंधों के अलावा तीनों देशों के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे.
ब्राजील-अर्जेंटीना के बाद पराग्वे जाएंगे विदेश मंत्री
पराग्वे में, विदेश मंत्री नए खुले भारतीय दूतावास के परिसर का भी उद्घाटन करेंगे, जिसने जनवरी 2022 में काम करना शुरू किया था. यह किसी भारतीय विदेश मंत्री की देश की पहली यात्रा होगी. ब्राजील और अर्जेंटीना में, विदेश मंत्री अपने समकक्षों के साथ संयुक्त आयोग की बैठकों (जेसीएम) की सह-अध्यक्षता करेंगे. जेसीएम विविध क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं की समीक्षा करेंगे और साझा हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
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