भारत-चीन तनाव: पैट्रोलिंग प्वाइंट 17 से चीनी सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी हुई
भारतीय सेना के सूत्रों के अनुसार भारत और चीन के बीच इसके साथ ही पैट्रोलिंग प्वाइंट -14, पैट्रोलिंग प्वाइंट -15 और पैट्रोलिंग प्वाइंट -17 पर पीछे हटने की प्रक्रिया खत्म हो गई है.
नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में जारी गतिरोध के बीच अब पूर्वी लद्दाख में 25 दिन बाद आज पैट्रोलिंग प्वाइंट 17 (हॉट स्प्रिंग इलाके) पर चीनी सैनिकों के पीछे हटने की प्रकिया पूरी हो चुकी है. यह जानकारी समाचार एजेंसी एएनआइ ने दी.
एएनआई के मुताबिक भारतीय सेना के सूत्रों के अनुसार भारत और चीन के बीच इसके साथ ही पैट्रोलिंग प्वाइंट -14, पैट्रोलिंग प्वाइंट -15 और पैट्रोलिंग प्वाइंट -17 पर पीछे हटने की प्रक्रिया खत्म हो गई है. लद्दाख के फिंगर एरिया से चीनी सेना हट रही है.
Disengagement between India and China completed at Patrolling Point 17 (Hot Springs) today. With this, disengagement complete at PP-14, PP-15 and PP-17. Chinese Army thinning out in Finger area in Ladakh: Indian Army Sources pic.twitter.com/60Na3maoEW
— ANI (@ANI) July 9, 2020
बता दें कि ।15 जून को हुई खूनी झड़प के दोनों देशों के बीच यह आपसी समझौता किया गया था, ताकि फिर से कोई टकराव की स्थिति न बने. 15 जून को दोनों देशों को बीच हिसंक झड़प हुई थी जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. इसी के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गोई थी. दोनों देशों को बीच इसके बाद तनाव को कम करने के लिए कई स्तर पर बातचीत हुई थी.
NSA डोभाल और चीनी विदेश मंत्री के बीच हुई थी बातचीत
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच रविवार को टेलीफोन पर करीब दो घंटे हुई बातचीत के बाद सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया सोमवार को सुबह शुरू हुई. वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने टकराव वाले सभी बिंदुओं से सैन्यबलों की तेजी से वापसी पर सहमति जताई, ताकि क्षेत्र में शांति कायम की जा सके. डोभाल और वांग सीमा संबंधी वार्ताओं के लिए विशेष प्रतिनिधि हैं.