नई दिल्ली: करीब डेढ़ महीने बाद भारत और चीन के कोर कमांडर्स पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी पर पूरी तरह से तनाव खत्म करने के लिए एक बार फिर मिलने जा रहे हैं. ये मुलाकात आज एलएसी से सटे चुशूल में भारत की तरफ होगी. करीब एक साल से पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी पर चल रहे टकराव में ये 11वें दौर की वार्ता है. आखिरी मीटिंग 20 फरवरी को हुई थी.


भारत के कहने पर बुलाई गई है बैठक


भारतीय सेना की तरफ से लेह स्थित 14वीं कोर (फायर एंड फ्यूरी कोर) के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन नेतृत्व करेंगे, जबकि चीन की तरफ से पीएलए-सेना के दक्षिणी झिंगज्यांग डिस्ट्रिक के कमांडर नेतृत्व करेंगे. भारत के कहने पर ये मीटिंग बुलाई गई है जो एलएसी पर पूर्वी लद्दाख के चुशूल बीपीएम-हट में होगी. मीटिंग सुबह 10.30 बजे शुरू होगी.


डिसइंगेजमेंट और डि-एस्कलेशन है बैठक का एजेंडा


मीटिंग का एजेंडा डिसइंगेजमेंट और डि-एस्कलेशन होगा यानि दोनों देशों के सैनिक एलएसी से पीछे हट जाएं और सैनिकों की तादाद भी कम कर दी जाए. नौवें दौरे की मीटिंग के बाद दोनों देशों ने पैंगोंग त्सो लेक से सटे इलाकों से डिसइंगेजमेंट कर लिया है. लेकिन अभी कुछ विवादित इलाकों में डिसइंगेजमेंट के साथ साथ पूरी तरह से डि-एस्कलेशन होना बाकी है. इसी पर कल दोनों देशों के सैन्य कमांडर्स बातचीत करेंगे. मीटिंग में दोनों देशों के डिप्लोमेट भी मौजूद रहेंगे.


यह भी पढ़ें-


Corona in India: देश के लिए अगले 4 हफ्ते बेहद अहम, तेज रफ्तार से बढ़ेंगे कोरोना के मामले


हरियाणा: संपूर्ण लॉकडाउन के डर से प्रवासी मजदूरों ने शुरू किया पलायन, अब तक 3 हजार से अधिक वापस लौटे