India China Trade: बॉर्डर पर टेंशन! पिछले 30 महीनों में चीन से आयात रिकॉर्ड उच्च स्तर पर
India Import From China: चीन से मासिक आयात, जो जून 2020 में कोरोना लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान 3.32 बिलियन डॉलर के निचले स्तर पर पहुंच गया था, प्रतिबंधों में छूट के बाद से तेजी से बढ़ा है.
India China Trade Relations: भारत और चीन के बीच लंबे वक्त से सीमा को लेकर विवाद जारी है. 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर (Tawang Sector) में फिर से हुई झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है. चीन (China) को सबक सिखाने के लिए व्यापार संबंधों को तोड़ने की भी मांग उठ रही है. सीमा विवाद के बीच चौंकाने वाली बात यह है कि भारत और चीन का व्यापार काफी बढ़ा है. चीन से आयात (Import) में रिकॉर्ड उछाल आया है.
आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि चीन से भारत का आयात पिछले 30 महीनों में रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया है. चीन से औसत मासिक आयात का आंकड़ा 2020-2021 के 5.43 अरब डॉलर से बढ़कर 2021-2022 में 7.88 अरब डॉलर हो गया.
चीन के साथ व्यापार बंद करने की मांग
चीन के साथ व्यापार बंद करने की मांग का नेतृत्व करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पोस्ट में लिखा, "हम चीन के साथ अपना व्यापार बंद क्यों नहीं कर देते? चीन से आयात होने वाला ज्यादातर सामान भारत में बनता है. चीन को इससे सबक मिलेगा और भारत में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.''
चीन से आयात में रिकॉर्ड उछाल
भारत सरकार के कॉमर्स डिपार्टमेंट के पास उपलब्ध डेटा के मुताबिक, चीन के साथ भारत का व्यापार 100 बिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर गया और 2021-2022 में 115.83 बिलियन डॉलर के उच्च स्तर पर पहुंच गया. ये आंकड़ा साल 2020-2021 में 86.39 बिलियन डॉलर से 34.06 फीसदी अधिक है. पिछले वित्त वर्ष में चीन के साथ व्यापार में वार्षिक वृद्धि 2010-2011 के बाद से सबसे अधिक थी, जब 35.82 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी.
भारत का चीन के साथ व्यापार घाटा बढ़ा
साल 2021-2022 में भारत का कुल व्यापार 1035 बिलियन डॉलर का था. इस दौरान अमेरिका के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार चीन ही था. हालांकि, दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के साथ व्यापार के बीच बड़ा अंतर यह देखा गया कि अमेरिका के साथ भारत का व्यापार घाटा 32.85 बिलियन डॉलर था जबकि चीन के साथ इसका व्यापार घाटा 73.31 बिलियन डॉलर था, जो किसी भी देश के लिए सबसे अधिक था. वास्तव में 2021-2022 के दौरान चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा पिछले साल के स्तर से दोगुना है.
कोरोना काल के बाद बढ़ रहा व्यापार
आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि चीन के साथ भारत के (India-China Trade) व्यापार में हालिया उछाल पिछले दो सालों में पड़ोसी देश से आयात में तेजी से बढ़ोत्तरी की वजह से है. चीन से मासिक आयात, जो जून 2020 में कोरोना लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान 3.32 बिलियन डॉलर के निचले स्तर पर पहुंच गया था लेकिन प्रतिबंधों में छूट के बाद बढ़ने लगा और जुलाई 2020 में बढ़कर 5.58 बिलियन डॉलर हो गया. यह लगातार बढ़ रहा है और इस साल जुलाई में 10.24 अरब डॉलर के नए शिखर पर पहुंच गया है. फिलहाल यह आंकड़ा पीएम मोदी के घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देने की मंशा के ठीक विपरीत दिख रहा है.
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