India-China: गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स PP-15 के इलाके से भारत-चीन के सैनिकों ने पीछे हटना शुरू किया, घटेगा LAC पर तनाव
LAC Row: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि 17 जुलाई को भारतीय इलाके चिशूल में कोर कमांडर लेवल की बातचीत में यह फैसला हुआ और अब डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
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India China LAC Row: भारत (India) और चीन (China) के बीच बढ़ते तनाव को कम करने की दिशा में दोनों देशों द्वारा एक उचित कदम उठाया गया है. लद्दाख में गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स (Gogra and Hot Springs) से भारत-चीन सैनिकों का हटना शुरू हो गया है. इस बात की जानकारी विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई.
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स इलाके से दोनों देशों की सेनाओं के हटने की प्रक्रिया 8 सितंबर से शुरू हुई थी, जिसे 12 सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा. दोनों पक्ष चरणबद्ध और सत्यापित तरीके से इस इलाके में सेना की तैनाती को रोकने के लिए सहमत हुए हैं, जिसके परिणामस्वरूप दोनों पक्षों के सैनिकों को अपने-अपने क्षेत्रों में वापस कर दिया गया है.
डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया शुरू
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स इलाके से सैनिकों की वापसी को लेकर किए गए सवाल के जवाब में कहा कि भारत और चीनी सैनिकों ने 16वें दौर की सैन्य वार्ता में सहमति बनने के बाद लद्दाख (Ladakh) के गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स से पीछे हटना शुरू कर दिया है. उन्होंने बताया कि 17 जुलाई को भारतीय इलाके चिशूल में कोर कमांडर लेवल की बातचीत में यह फैसला हुआ और अब डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत के दौरान एलएसी पर भारत-चीन सीमा विवाद को दूर करने पर भी सहमति बनी. जिसके अनुसार, गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स (पीपी-15) से दोनों देशों की सेनाएं पीछे हटेंगी. इससे दोनों देशों के बीच सीमा पर शांत और विश्वास बनाए रखने में मदद मिलेगी. बता दें कि गुरुवार यानी 8 सितंबर को दोनों देशों की ओर से एस साझा बयान जारी कर कहा गया कि इस पॉइंट से दोनों देशों की सेनाएं योजनाबद्ध तरीके से पीछे हटेंगी. बता दें कि इससे पहले भी फरवरी 2021 में पेंगोंग लेक और उसी साल अगस्त में गोगरा-हॉट स्प्रिंग के पेट्रोलिंग पॉइंट 17 से दोनों देशों की सेनाएं पीछे हटी थी.
गलवान घाटी हिंसक झड़प
बता दें कि जून 2020 में दोनों देशों की सेनाओं के बीच गलवान घाटी में एक हिंसक झड़प हुई थी. जिसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे और चीन के करीब 40 से 45 सैनिक मारे गए थे. चीन ने पूर्वी लद्दाख में भारत के साथ तनातनी के बाद से 50 हजार से ज्यादा सैनिक तैनात कर रखे हैं. भारत ने भी चीन की हरकतों का जवाब देने के लिए अपनी सैनिकों को तैनात कर रखा है.
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