India-China: वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव कम करने के लिए बुधवार (30 मई) को एक बार फिर से भारत और चीन के बीच डब्ल्यूएमसीसी (WMCC) बैठक हुई. बैठक में तय हुआ कि जल्द ही सैन्य कमांडर स्तर की 19वें दौर की बातचीत होगी. इस दौरान एलएसी के साथ ही अन्य घर्षण बिंदुओं में स्पष्ट और खुले तरीके से पीछे हटने के प्रस्तावों पर भी चर्चा की गई.
एलएसी पर 15 जून को हुए गलवान घाटी संघर्ष के बाद सीमा तनाव घटाने की कवायद में अब तक कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं. बैठक के बाद विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि शांति और शांति की बहाली द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य करने के लिए स्थितियां पैदा करेगी और इस उद्देश्य के लिए दोनों पक्ष जल्द से जल्द अगले दौर की सैन्य वार्ता आयोजित करने पर सहमत हुए.
सैन्य और राजनयिक चर्चा पर बनी सहमति
यह बैठक भारत-चीन पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र की रूपरेखा के तहत हुई. दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी के साथ स्थिति की समीक्षा की और शेष क्षेत्रों में खुले तरीके से पीछे हटने के प्रस्तावों पर चर्चा की. बताया जा रहा है कि दोनों पक्ष सैन्य और राजनयिक माध्यमों से चर्चा जारी रखने पर सहमत हुए हैं.
अप्रैल में हुई थी 18वें दौर की बैठक
इससे पहले पूर्वी लद्दाख के शेष विवादित मुद्दों को हल करने के लिए भारत और चीन के बीच अप्रैल में कोर कमांडर स्तर की 18वें दौर की बातचीत हुई थी. पूर्वी लद्दाख में 5 मई, 2020 को दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद वहां गतिरोध शुरू हुआ था. इसके बाद दोनों देशों के बीच सैन्य और कूटनीतिक स्तर की कई दौर की बैठक हो चुकी है.
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