Indian Student Killed In US: अटलांटा में भारत के दूतावास ने सोमवार (29 जनवरी) को 25 साल के भारतीय छात्र पर हमले की कड़ी निंदा की. छात्र को एक शख्स ने पीट-पीटकर मार डाला था. दूतावास ने कहा कि वह इस क्रूर घटना से बेहद दुखी है. दूतावास ने दावा किया कि उसने पीड़ित के शव को भारत वापस भेजने में सहायता प्रदान की. इस बीच सैनी का शव भारत पहुंच गया है, जिसके बाद उसके परिवार वालों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक मृतक छात्र का नाम विवेक सैनी है और उसने हाल ही में अमेरिका में एमबीए पूरा किया था. जॉर्जिया के लिथोनिया शहर में एक स्टोर के अंदर ड्रग एडिक्ट जूलियन फॉकनर ने सैनी की हत्या कर दी थी. रिपोर्ट के अनुसार इस घटना से पहले सैनी पिछले कुछ दिनों से हत्यारे फॉकनर की मदद कर रहे थे.
भारतीय दूतावास ने घटना की निंदा की
अटलांटा में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया कि मामले में अमेरिकी पुलिस अधिकारियों ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और वे मामले की जांच कर रहे हैं. दूतावास ने पोस्ट में कहा, "हम उस भयानक, क्रूर और जघन्य घटना से बहुत दुखी हैं, जिसमें एक भारतीय छात्र विवेक सैनी की मौत हो गई. हम इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. फिलहाल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच हो रही है.''
पीड़ित परिवार के संपर्क में दूतावास
बयान में कहा गया है कि दूतावास ने घटना के तुरंत बाद सैनी के परिवार से संपर्क किया और वह सैनी के पार्थिव शरीर को भारत वापस भेजने में हर संभव मदद कर रहा है. इसके लिए दूतावास सैनी के परिवार के संपर्क में है.
हथौड़े से किया था वार
हमलावर फॉकनर ने सैनी के सिर पर हथौड़े से लगभग 50 बार बेरहमी से वार किया था. यह भयावह घटना कैमरे में कैद हो गई. सैनी स्टोर में क्लर्क के रूप में पार्ट टाइम काम कर रहा था. अन्य कर्मचारियों ने पुलिस को बताया कि वे लगभग दो दिनों से फॉकनर को आश्रय दे रहे थे.
खाने के लिए दिए थे चिप्स
स्थानीय न्यूज चैनल WSB-TV ने 28 जनवरी को बताया कि कर्मचारियों ने उसे खाने के लिए चिप्स, पीने के लिए एक कोक, पानी और पहनने के लिए एक जैकेट दिया था. कर्मचारियों ने न्यूज चैनल को बताया कि उन्होंने फॉकनर को स्टोर से बाहर निकलने के लिए नहीं कहा, क्योंकि उन्हें पता था कि बाहर ठंड है.
हालांकि, 16 जनवरी को सैनी ने फॉकनर को स्टोर से जाने के लिए कहा था. पुलिस के मुताबिक, फॉकनर ने सैनी पर उस समय हथौड़े से हमला किया, जब वह स्टोर से घर के लिए निकल रहा था.
अलबामा विश्वविद्यालय से किया था एमबीए
सैनी दो साल पहले चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में बीटेक करने के बाद अमेरिका गए थे. वह हरियाणा के बरवाला में रहते थे. उनके परिवार के अनुसार उन्होंने हाल ही में अलबामा विश्वविद्यालय से एमबीए पूरा किया था. सैनी के पिता गुरजीत सिंह पेशे से किसान हैं.