नई दिल्ली: भारत में कोरोना महामारी ने बहुत नुकसान पहुंचाया है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार अबतक कोरोना से चार लाख 44 हजार लोगों की जान जा चुकी है. लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों और अर्थशास्त्रियों की एक टीम ने एक नए अध्ययन के आधार पर दावा किया है कि भारत में कोरोना से मौत का आंकड़ा इससे 4 से 11 गुना अधिक हो सकता है. साथ ही इकनॉमी कोस्ट कुल जीडीपी की 30 फीसदी हो सकती है.


न्यूज वेबसाइट डिकेन हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, बायोस्टैटिस्टियन और महामारी विज्ञानी भ्रामर मुखर्जी के नेतृत्व में टीम ने संक्रमण से होने वाली मौतों का अनुमान लगाया. उस आंकड़े का उन्होंने आधिकारिक आंकड़ों से मिलान किया. उनके महामारी विज्ञान मॉडल के अनुसार, 1 जुलाई तक 14 लाख मौत हुईं. राज्यों का आंकड़ा मिलान करने पर ज्ञात हुआ कि भारत में 17 लाख से 49 लाख मौत हुई.


भ्रामर मुखर्जी  ने न्यूज वेबसाइट से कहा, 'भारत में वास्तविक कोविड मृत्यु दर के बारे में हो रही बहस के कारण हमने एक अध्ययन किया. हमारा अध्ययन बताता है कि वास्तविक मृत्यु दर 4-11 गुना अधिक हो सकती है. अनुमान है कि भारत की वास्तविक संक्रमण मृत्यु दर लगभग 0.4-0.5 फीसदी प्रतीत होती है. लेकिन अगर आप केवल रिपोर्ट की गई मौतों पर भरोसा करते हैं, तो यह संख्या लगभग 0.1 फीसदी है."


स्टडी के अनुसार, 30 जून 2021 तक भारत में करीब 90 करोड़ लोग कोविड से संक्रमित हुए और 17 लाख से 49 लाख कोविड मौतें हो सकती हैं. जबकि सरकारी आधिकारिक बताते हैं कि अबतक 3.33 करोड़ लोग कोविड से संक्रमित हुए हैं और 4 लाख 44 हजार मौत हुई है.


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