'23 दिन हो गए, ओमिक्रोन सब वेरिएंट BF.7 का कहां है प्रोटोकॉल?', स्वास्थ्य मंत्री पर कांग्रेस का तंज
Coronavirus In India: कांग्रेस ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री पर कोरोना प्रोटोकॉल और राहुल गांधी को लिखे लेटर पर निशाना साधा है.
Coronavirus In India: चीन, अमेरिका और जापान सहित कई देशों में बढ़ते कोरोना को देखते हुए देश के एयरपोर्ट पर रैंडम टेस्टिंग चल रही है. राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने भी कई बैठक कर निर्देश दिए हैं. इसी बीच कांग्रेस ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया पर निशाना साधा है.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शुक्रवार (13 जनवरी) को कांग्रेस की ओर से पीसी कर कहा, देश के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने 23 दिनों बाद भी कोविड से संबंधित कोई प्रोटोकॉल लागू नहीं किया है. पीएम नरेंद्र मोदी बिना मास्क लगाए जगह-जगह घूम रहे हैं, रैलियां संबोधित कर रहे हैं. यह साफ है कि स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया और बीजेपी का सिर्फ एक राजनीतिक हस्तक्षेप था.''
जयराम रमेश ने ट्वीट करके भी लिखा, ‘‘ये क्या मनसुख मंडाविया? ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को भटकाने के लिए बीजेपी सांसदों के पत्रों के आधार पर 20 दिसंबर को राहुल गांधी को लिखने के बाद आपने ओमीक्रॉन सब वैरिएंट बीएफ.7 से निपटने के लिए कोई प्रोटोकॉल जारी नहीं किया! मोदी सरकार कुछ गंभीर कार्य करने की बजाय कोविड का राजनीतिकरण कर रही है.’’
'राहुल गांधी को धमकी दी गई'
जयराम रमेश ने राहुल गांधी को कोरोना को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को भारत जोड़ो यात्रा को लेकर लिखी गई चिट्ठी पर कहा कि यह बदले की राजनीति है. ऐसा करके भय फैलाने चाहते हैं. ऐसा करके वो (मंडाविया) राहुल गांधी को धमकी दे रहे थे. भारत जोड़ो यात्रा को लेकर डराया गया.
देश के स्वास्थ्य मंत्री ने 23 दिनों बाद भी कोविड से संबंधित कोई प्रोटोकॉल लागू नहीं किया है।
— Congress (@INCIndia) January 13, 2023
पीएम मोदी बिना मास्क लगाए जगह-जगह घूम रहे हैं, रैलियां संबोधित कर रहे हैं।
यह साफ है कि स्वास्थ्य मंत्री का वह पत्र BJP का सिर्फ एक राजनीतिक हस्तक्षेप था।
: @Jairam_Ramesh जी pic.twitter.com/79MZQpkZDZ
क्या मामला है?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को 20 दिसंबर 2021 को लेटर लिखा था. इसमें उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल को पालन करने के लिए कहा था. इसके साथ ही कहा था कि अगर हो सके तो राष्ट्रहित में यात्रा स्थगित कर दीजिए.
यह भी पढ़ें- कोरोना से ठीक होने के बाद कहीं आपके भी कूल्हे में तो नहीं रहता दर्द...इस नई बीमारी का हो सकते हैं शिकार