Coronavirus in India: चीन समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना महामारी से जंग अभी जारी है. चीन में तेजी से कोरोना (Corona) संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद भारत सरकार भी काफी अलर्ट है. केंद्र के साथ ही राज्यों की सरकारों की सक्रियता भी बढ़ गई है. कोविड के खतरे को देखते हुए सरकार अपनी तैयारियों को लेकर समीक्षा कर रही है और इस संबंध में दिशा निर्देश भी जारी किए जा रहे हैं. इस बीच सोशल मीडिया पर कोविड को लेकर कुछ भ्रामक खबरें भी फैल रही हैं.


कोरोना प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों के लिए निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य किए जाने के मैसेज की सच्चाई कुछ और ही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ करते हुए कहा है कि कोरोना प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों से निगेटिव कोविड रिपोर्ट नहीं मांगी जा रही है. 


निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट को लेकर सच्चाई


भारत में ओमिक्रोन सब वैरिएंट बीएफ.7 के कुछ मामले मिलने के बाद केंद्र सरकार की सक्रियता काफी बढ़ गई है. ऐसे में कोविड से संबंधित गाइडलाइंस को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है. सोशल मीडिया पर कुछ गलत खबरें भी चल रही हैं. सरकार ने कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों के लिए COVID-19 निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य किए जाने वाले मैसेज को फर्जी बताया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ''यह संदेश भारत आने वाले यात्रियों के COVID19 परीक्षण के संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित हो रहा है. संदेश फर्जी और भ्रामक है.''






क्या चल रहीं खबरें?


सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें चल रही हैं कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Health Minister Mansukh Mandaviya) ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों के लिए एक COVID-19 निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य करने की योजना है. अगले एक हफ्ते में उन चुनिंदा देशों की पहचान की जाएगी, जहां कोरोना के केस अधिक हैं. वहां से भारत आने वाले लोगों को अपनी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट अपलोड करनी होगी और उसके बाद ही आना होगा. 


स्वास्थ्य मंत्रालय ने फिलहाल ऐसी किसी भी गाइलाइन से इनकार किया है. ऐसे में विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य करने की बात बिल्कुल गलत साबित हुई.


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