India COVID-19 Cases: भारत में पिछले 24 घंटे में आए 2259 नए कोरोना केस, 20 लोगों की हुई मौत - करीब 15 हजार एक्टिव मामले
India COVID-19 Cases: कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद अब देशभर में कुल एक्टिव कोरोना मामलों की संख्या 15044 हो चुकी है.
India COVID-19 Cases: देश में कोरोना के हालात फिलहाल स्थिर नजर आ रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से रोजाना लगभग 2 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2259 नए मामले सामने आए हैं. वहीं 20 लोगों की कोरोना से मौत हुई है. इससे पहले 19 मई को भी लगभग 2300 कोरोना केस सामने आए थे.
रोजाना करीब 2 हजार नए कोरोना केस
कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद अब देशभर में कुल एक्टिव कोरोना मामलों की संख्या 15044 हो चुकी है. एक दिन पहले के मामलों से तुलना करें तो आज मामूली गिरावट देखी गई है. हालांकि मौत का आंकड़ा बढ़ा है. 19 मई को कोरोना से 10 लोगों की मौत हुई थी, जो एक दिन बाद बढ़कर दोगुनी हो गई. हालांकि पिछले कुछ दिनों से कोरोना मामलों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. पहले जहां अचानक कोरोना मामले तेजी से बढ़ने शुरू हो गए थे, वहीं अब रोजाना 2 हजार के करीब नए केस सामने आ रहे हैं. जो सभी के लिए एक राहत है.
तेजी से चल रहा है वैक्सीनेशन
कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए देशभर में तेजी से वैक्सीनेशन जारी है. अब सभी लोगों को कोरोना की तीसरी यानी बूस्टर डोज लगाई जा रही है. इसे लेकर सरकार की तरफ से गाइडलाइन जारी की गई हैं. जिसमें बताया गया है कि दूसरी डोज लगाने के 9 महीने बाद आप कोरोना की बूस्टर डोज ले सकते हैं. हालांकि दूसरी और तीसरी डोज के बीच के गैप को कम करने की बात कही जा रही है. फिलहाल सरकार ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया है.
दुनियाभर में कम हो रहे कोरोना केस
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण होने वाली मौतों में पिछले हफ्ते दुनियाभर में 21 फीसदी की कमी आई है जबकि विश्व के ज़्यादातर हिस्सों में मामले बढ़े हैं. संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने गुरुवार को जारी महामारी पर अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट में कहा कि मार्च के आखिर से कोविड-19 के मामलों में गिरावट देखी जा रही थी, लेकिन अब लगता है कि मामले स्थिर हो गए हैं और पिछले हफ्ते करीब 35 लाख नए मामले मिले या एक फीसदी की बढ़ोतरी हुई. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि मामले अमेरिका, पश्चिम एशिया, अफ्रीका और पश्चिमी प्रशांत में बढ़े हैं जबकि यूरोप और दक्षिणपूर्व एशिया में कम हुए हैं. करीब 9 हजार लोगों की मौत दर्ज की गई है.