Covid 19 India: दुनिया में अचानक बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए भारत में भी कई स्तर पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इसे लेकर रिव्यू मीटिंग की है. जिसके बाद राज्यों और देश के लोगों को जरूरी सावधानी बरतने की सलाह दी गई. इस बीच मास्क पहनने को लेकर लोगों में काफी कंफ्यूजन है. सरकार की तरफ से मास्क को लेकर क्या कहा गया है और इसे अनिवार्य किया गया है या नहीं इस बात को लेकर खूब चर्चा हो रही है. हम आपके इस कंफ्यूजन को दूर करते हैं. 


मास्क को लेकर क्या है मौजूदा नियम
दरअसल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने तमाम अधिकारियों और कोरोना एक्सपर्ट कमेटी के लोगों के साथ मिलकर एक रिव्यू मीटिंग की. इस मीटिंग के तुरंत बाद सरकार की तरफ से एक एडवाइजरी जारी की गई, जिसमें मास्क पहनने की भी बात कही गई थी. यहीं से मास्क को लेकर तमाम तरह की फर्जी खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, जिनमें दावा किया गया कि सरकार ने मास्क पहनने को अनिवार्य कर दिया है. हालांकि अब तक ऐसा नहीं हुआ है. सरकार ने लोगों को सिर्फ सलाह दी है कि वो सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. यानी मास्क को लेकर फिलहाल कोई नियम या जुर्माने का प्रावधान नहीं है. हालांकि अनिवार्य नहीं होने का मतलब ये बिल्कुल भी नहीं है कि लोग बेपरवाह होकर भीड़भाड़ वाली जगहों पर घूमें. कोरोना से बचने के लिए लोगों को मास्क, सैनिटाइजर और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए. 


बताया जा रहा है कि पीएम मोदी की बैठक के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कोरोना को लेकर एक नई गाइडलाइन जारी की जा सकती है, जिसमें सार्वजनिक जगहों पर मास्क की अनिवार्यता भी शामिल हो सकती है. फिलहाल सरकार ने ऐसा नहीं किया है और मास्क पहनने की लगातार सलाह दी जा रही है. 


क्या बोले स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बैठक में अधिकारियों को सजग रहने और निगरानी तंत्र मजबूत करने का निर्देश दिया. बैठक के बाद मांडविया ने एक ट्वीट में कहा था, “कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर आज विशेषज्ञों और अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की. कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है. मैंने सभी संबंधित लोगों को सजग रहने और निगरानी बढ़ाने के लिये कहा है. हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिये तैयार हैं.”


इस बैठक के बाद डॉ. वीके पॉल ने कहा कि केवल 27-28 फीसदी भारतीयों के कोविड-19 टीके की ऐहतियाती खुराक अब तक ली है. उन्होंने कहा कि लोगों को टीकाकरण कराना चाहिये और अधिक भीड़ वाली जगह पर मास्क लगाना चाहिए. पॉल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे डरें नहीं. 


ये भी पढ़ें - क्या है Nasal वैक्सीन और कैसे करती है काम? इस बूस्टर डोज से किस हद तक टलेगा कोरोना का खतरा, यहां है पूरी डिटेल