नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि देश में कोविड-19 के मामलों का पता लगाने के लिए बुधवार को रिकार्ड संख्या में 11,72,179 नमूनों की जांच की गई. अबतक कुल 4 करोड़ 55 लाख 9 हजार 380 जांच की जा चुकी है. साथ ही, दुनिया में प्रतिदिन सर्वाधिक जांच करने वाले देशों में भारत भी शामिल है. मंत्रालय ने कहा कि अधिक संख्या में जांच किए जाने के परिणामस्वरूप संक्रमण की पुष्टि होने की दर कम हुई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ‘‘जांच में भारत में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई है. 24 घंटे में 11.7 लाख से अधिक जांच की गई. ’’
रैपिड एंटीजन टेस्ट
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में यह पूछे जाने पर कि अब तक हुई कुल जांच में ‘‘रैपिड एंटीजन टेस्ट’’ अन्य जांच की तुलना में काफी ज्यादा है, तो उन्होंने कहा कि इस पर देश भर में एक जैसी स्थिति नहीं है. तमिलनाडु में रोज 90 प्रतिशत से अधिक आरटी-पीसीआर जांच हो रही है, जबकि अन्य राज्यों में आरटी-पीसीआर जांच, ट्रूनैट और सीबीएनएएटी जांच क्षमता सीमित है. उन राज्यों में अगर निरूद्ध क्षेत्र या बफर जोन हैं, तो कोई व्यक्ति सीमित जांच से संतुष्ट नहीं हो सकता.
भूषण ने कहा, ‘‘मैं स्वीकार करता हूं कि ऐसे राज्य हैं जहां आरटी-पीसीआर का उपयोग नहीं हो रहा है और हम स्वास्थ्य मंत्रालय में मौजूद लोगों ने उन राज्यों का इस ओर ध्यान आकर्षित किया है कि उन्हें अधिक संख्या में आरटी-पीसीआर जांच करने की क्षमता तैयार करनी होगी और इसलिए उन्हें इसे बढ़ाने की जरूरत है. ’’
वहीं, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने समन्वित तरीके से रैपिड एंटीजन टेस्ट का उपयोग करने को लेकर भारत की सराहना की है. मंत्रालय ने कहा कि देश में 30 जनवरी को महज 10 जांच किए जाने से लेकर अब प्रतिदिन जांच का औसत 11 लाख से अधिक हो गया है. यह देश में प्रतिदिन कोविड-19 की जांच बढ़ने को प्रदर्शित करता है.
मृत्यु दर घटी
मंत्रालय ने कहा, ‘‘व्यापक क्षेत्रों में एक अवधि में सतत रूप से इस तरह से बड़े पैमाने पर जांच किए जाने से संक्रमण का समय रहते पता चला. इससे संक्रमित मरीजों को पृथक करने और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने में मदद मिली.’’ भारत में कोविड-19 से होने वाली मृत्यु की दर आज की तारीख में घटकर 1.75 प्रतिशत हो गई है, जबकि इस रोग से उबरने का राष्ट्रीय औसत 77.09 प्रतिशत है.
आंकड़ों के मुताबिक देश में कोविड-19 के 8,15,538 मरीज अभी इलाजरत हैं, जो अब तक के कुल मामलों का तकरीबन 21.16 प्रतिशत हैं. देश भर में जांच प्रयोगशालाओं के तेज विस्तार के चलते भी जांच बढ़ी है. भारत में आज की तारीख में 1,623 प्रयोगशालाएं (लैब) हैं, जिनमें 1,022 सरकारी हैं जबकि 601 निजी क्षेत्र के हैं.
एक दिन में संक्रमण के रिकॉर्ड 83,883 मामले मामले सामने आने के बाद बृहस्पतिवार को देश में कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 38,53,406 हो गए, जबकि एक दिन में 1,043 मरीजों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़ कर 67,376 हो गई.
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