नई दिल्ली: भारत ने मंगलवार को कोरोना टीकाकरण के 67वें दिन महामारी के खिलाफ लड़ाई में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, शाम 7 बजे तक कुल पांच करोड़ वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है. इनमें 79 लाख से ज्यादा हेल्थवर्कर्स शामिल हैं, जिन्होंने पहली डोज ली है और 50 लाख से ज्यादा ने दूसरी डोज ली है. साथ ही 83 लाख 33 हजार फ्रंटलाइन वर्कर्स ने पहली डोज ली और 30 लाख 60 हजार ने दूसरी.


60 साल से ज्यादा उम्र के कुल 2 करोड़ लाभार्थी और 45 से अधिक उम्र के करीब 50 लाख लाभार्थियों ने डोज ली है. टीकाकरण के 67वें दिन कुल 15,80,568 वैक्सीन खुराक दी गई. अनंतिम रिपोर्ट के अनुसार, कल खुराक के साथ कुल 13,74,697 लाभार्थियों को टीका लगाया गया और 2,05,871 स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन श्रमिकों को दूसरी खुराक मिली.


स्वास्थ्यकर्मियों के लिए 16 जनवरी को देशव्यापी टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था और दो फरवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण शुरू किया गया था. कोविड-19 टीकाकरण का अगला चरण उन लोगों के लिए 1 मार्च से शुरू हुआ जो 60 साल से ज्यादा उम्र के हैं और 45 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए विशिष्ट कॉम्बिड शर्तों के साथ हैं.


अब 1 अप्रैल से 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का टीकाकरण
केंद्र ने मंगलवार को घोषणा की है कि 45 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को 1 अप्रैल से कोविड-19 वैक्सीन मिलेगी. एक अप्रैल से 45 साल से 59 साल के लोगों को टीका लगवाने के लिए किसी अन्य बीमारी से ग्रसित होने के प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं होगी.


केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि इन लोगों का रजिस्ट्रेशन संभव बनाने के लिए को-विन पोर्टल में आवश्यक बदलाव किया जा रहा है और एक जनवरी 1977 के बाद जन्मे लोग एक अप्रैल से इस पर पंजीकरण करा सकेंगे.


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