(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अब घुसपैठ की हिमाकत नहीं करेगा दुश्मन! लद्दाख में भारत ने लगा दिया SAMAR एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम; जानें खासियत
SAMAR Air Defence System: वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी (LAC) पर चीन की बढ़ती गतिविधियों के बीच भारतीय सशस्त्र बलों ने वायु रक्षा मिसाइल सिस्टम समर (SAMAR) को सीमा पर तैनात किया है.
SAMAR Air Defence System: लद्दाख में तनाव को खत्म करने के लिए भारत और चीन के बीच अभी तक कोई समझौता नहीं हो सका है. ऐसे में भारतीय सेना ने कारगिल विजय दिवस की 25वीं सालगिरह के मौके पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया. जिसमें कारगिल के हेलीपैड पर भारतीय सेना के कई हथियार, मिसाइल की प्रदर्शनी की गई. इस दौरान समर (SAMAR) वायु रक्षा मिसाइल सिस्टम को भी दिखाया गया, जो LAC पर चीन की बढ़ती गतिविधियों के बीच सीमा पर तैनात किया गया है.
ये एयर डिफेंस सिस्टम लद्दाख में बॉर्डर के पास ही तैनात किया गया है. इस मिसाइल सिस्टम को पिछले साल दिसंबर में ही सेना में शामिल किया गया था. समर का मतलब है सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल फॉर एश्योर्ड रिटेलिएशन यानी SAMAR एयर डिफेंस सिस्टम. समर वायु रक्षा प्रणाली को भारतीय वायु सेना ने पुरानी रूसी मिसाइल R-73 और R-27 का इस्तेमाल कर मॉडीफाई किया और एयर डिफेंस सिस्टम विकसित किया.
जानें इस एयर डिफेंस सिस्टम की खासियत?
समर एयर डिफेंस सिस्टम 2 से 2.5 मैक की स्पीड से चलने वाली मिसाइलों के साथ-साथ हवाई खतरों से निपट सकता है. इसमें एक ट्विन-बुर्ज लॉन्च प्लेटफॉर्म होता है, जिसमें खतरे के आधार पर सिंगल और साल्वो मोड में दो मिसाइलों को लॉन्च करने की क्षमता होती है. इसे पहली बार एयरो इंडिया 2023 के दौरान प्रदर्शित किया गया था. बाद में दिसंबर 2023 में अस्त्र शक्ति के दौरान इसका सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया.
ट्रक से किया जाता है लॉन्च
समर एयर डिफेंस सिस्टम को ट्रक से लॉन्च किया जाता है. ये मिसाइल 2982 किमी/प्रतिघंटे की स्पीड से किसी भी टारगेट को अपना निशाना बना सकती है. इस मिसाइल सिस्टम का संचालन भारतीय वायुसेना की बीआरडी यूनिट करती है. यह किसी भी तरह के हवाई टारगेट यानी हेलिकॉप्टर और फाइटर जेट्स को निशाना बना सकता है.
समर-1 और समर- 2 में अंतर क्या है?
समर -1 के लॉन्चर पर दो मिसाइलों को लगाने की व्यवस्था होता है. जहां इस मिसाइल की रेंज 12 से 40 किलोमीटर की होती है. वहीं, समर एयर डिफेंस सिस्टम में दो तरह की मिसाइलें लगती हैं. समर-1 जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल बन गई है. इसका वजन 105 किग्रा, लंबाई 9.7 फीट, व्यास 6.5 इंच और इसमें 7.4 किलोग्राम का वॉरहेड लगता है. जबकि, समर- 2 मिसाइल इससे अलग होती है. ये हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल होती है. इसका वजन 253 किग्रा होता है. साथ ही इस मिसाइल में 39 किलोग्राम का वॉरहेड लगा सकते हैं.
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