India Replied To USCIRF: भारत ने देश पर पक्षपाती और गलत टिप्पणियों के लिए अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग (यूएससीआईआरएफ) की आलोचना की है. यूएससीआईआरएफ (USCIRF) द्वारा आलोचनात्मक आवाजों, विशेष रूप से धार्मिक अल्पसंख्यकों और भारत में उनके लिए रिपोर्टिंग और उनकी वकालत करने वालों के दमन के एक दिन बाद विदेश मंत्रालय (एमईए) ने प्रतिक्रिया व्यक्त की.  


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने भारत पर यूएससीआईआरएफ की टिप्पणियों पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हमने यूएससीआईआरएफ द्वारा भारत पर पक्षपातपूर्ण और गलत टिप्पणियों को देखा है. ये टिप्पणियां भारत और इसके संवैधानिक ढांचे, इसकी बहुलता और इसके लोकतांत्रिक लोकाचार की समझ की गंभीर कमी को दर्शाती हैं. 


क्या कहा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने?


उन्होंने आगे कहा कि ये अफसोस की बात है कि अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग (यूएससीआईआरएफ) ने अपने प्रेरित एजेंडे के अनुसरण में अपने बयानों और रिपोर्टों में बार-बार तथ्यों को गलत तरीके से प्रस्तुत करना जारी रखा है. इस तरह की कार्रवाई केवल संगठन की विश्वसनीयता और निष्पक्षता के बारे में चिंताओं को मजबूत करने का काम करती हैं. 


यूएससीआईआरएफ की रिपोर्ट में क्या था?


बता दें कि, 2021 और 2022 के लिए अपनी रिपोर्ट में, यूएससीआईआरएफ (USCIRF) ने अमेरिकी सरकार से भारत (India), चीन (China), पाकिस्तान (Pakistan), अफगानिस्तान (Afghanistan) और 11 अन्य देशों को धार्मिक स्वतंत्रता के संदर्भ में विशेष चिंता वाले देशों के रूप में नामित करने की सिफारिश की थी. ऐसी सिफारिशें अमेरिकी सरकार के लिए बाध्यकारी नहीं हैं. भारत (India) ने इन निष्कर्षों को खारिज कर दिया था, साथ ही यूएससीआईआरएफ द्वारा अन्य आलोचनाओं को भी खारिज कर दिया था. वहीं आज विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के रिपोर्ट को लेकर पलटवार करते हुए आलोचना की.


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