भारत ने इतिहास रचा और 23 अप्रैल को एक साथ सबसे ज्यादा राष्ट्रीय ध्वज लहराकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया. इस ऐतिहासिक दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौके पर मौजूद थे. संस्कृति मंत्रालय ने कहा, "23 अप्रैल को, भारत ने बिहार के भोजपुर में 'वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव' कार्यक्रम में एक साथ 78,220 झंडे लहराकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में प्रवेश किया. इस प्रयास को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने देखा और सहभागियों को शारीरिक पहचान के लिए बैंड पहनने के लिए कहा गया.
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड सर्टिफिकेट में कहा गया है कि 'भारत में आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए गृह मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय ने 23 अप्रैल 2022 को बिहार के भोजपुर के जगदीशपुर में सबसे ज्यादा लोगों द्वारा झंडे लहराने का रिकॉर्ड बनाया.' बिहार के भोजपुर जिले के दलौर मैदान में शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में 78,220 लोगों ने एक साथ राष्ट्रीय ध्वज फहराया और एक नया कीर्तिमान स्थापित किया तथा इतिहास रच दिया.
इससे पहले, पाकिस्तान ने लगभग 18 साल पहले एक विश्व रिकॉर्ड बनाया था, जिसमें 56,000 पाकिस्तानियों ने लाहौर में एक कार्यक्रम में अपना राष्ट्रीय ध्वज लहराया था. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने एएनआई से कहा, 'महान स्वतंत्रता सेनानी बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती के अवसर पर जगदीशपुर में पूरे पांच मिनट तक भारतीय राष्ट्रीय ध्वज लहराया गया और आजादी का अमृत महोत्सव मनाया गया. 23 अप्रैल को जगदीशपुर में आयोजित 'विजयोत्सव कार्यक्रम' में लोगों ने झंडे लहराए.'
बता दें कि वीर कुंवर सिंह ने 23 अप्रैल, 1858 को जगदीशपुर के पास अपनी आखिरी लड़ाई लड़ी था और इस लड़ाई में ईस्ट इंडिया कंपनी को हरा दिया था. जगदीशपुर किले से यूनियन जैक का झंडा उतारने के बाद राष्ट्र की सेवा में कुंवर सिंह शहीद हो गए थे.