(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
लॉकडाउन के दौरान भारत कर रहा है पड़ोसी देशों की मदद, बांग्लादेश को एक्सपोर्ट की साढ़े पांच मीट्रिक टन प्याज
मध्य रेल के भुसावल मंडल द्वारा बांग्लादेश को प्याज एक्सपोर्ट्स की गई है. मध्य रेल ने 2,192 रेक में एक लाख से अधिक वैगनों का लदान किया है.
मुंबई: कोरोना संकट के दौरान रेलवे लगातार देश की सेवा में जुटा हुआ है. मध्य रेल के भुसावल मंडल द्वारा बांग्लादेश को प्याज एक्सपोर्ट्स की गई है. मध्य रेल ने 2,192 रेक में एक लाख से अधिक लदान है. लॉकडाउन के दौरान 5.5 मीट्रिक टन माल लदान किया गया है.
सेंट्रल रेलवे के वरिष्ठ प्रवक्ता ए. के. सिंह ने बताया की मध्य रेल का भुसावल मंडल जो प्याज का एक प्रसिद्ध परिवहन केंद्र है, अब बांग्लादेश को प्याज निर्यात कर रहा है. प्याज की पहली रेक लासल गांव से छह मई को रवाना हुई थी. कोरोना वायरस महामारी के बाद से रेलवे ने डेमरेज और वारफेज में छूट, मिनी रेक की बुकिंग के लिए दूरी प्रतिबंध में छूट और दो-बिंदु रेक, मानक रेक संरचना आदि की घोषणा की है.
ए. के. सिंह ने बताया की वाणिज्य और परिचालन विभागों द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भावी लोडरों के साथ बैठकें आयोजित की गईं. इसका परिणाम यह हुआ कि बांग्लादेश (दा रसाना, बेनापोल और रोहनपुर स्टेशन) को प्याज का निर्यात शुरू हो गया. भुसावल मंडल, भारतीय रेलवे के विभिन्न स्टेशनों जैसे कि फतुहा, दनकुनी, चांगसारी, मालदा टाउन, चितपुर आदि पर प्याज लोड किया है.
प्याज का निर्यात शुरू होते ही लासलगांव से पहली रैक छह मई को रवाना की गई. बांग्लादेश को खेरवाड़ी और निफाड़ से प्याज की दूसरी और तीसरी रेक भेजी गई. छह और रेक जल्द ही लासलगांव से बांग्लादेश के दरसाना तक अपनी यात्रा शुरू करने की संभावना है.
लोडरों को जिला प्रशासन के साथ समन्वय करके हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है. केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा अनिवार्य रूप से सामाजिक दूरवर्ती उपायों और स्वच्छता सिस्टम को लोड करने के दौरान मनाया जा रहा है.
सेंट्रल रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने बताया कि मध्य रेल ने लॉकडाउन के दौरान माल के एक लाख से अधिक वैगन लोड किे हैं. मध्य रेल ने मुंबई, नागपुर, भुसावल, सोलापुर और पुणे मंडलों में कर्मचारियों के अपने प्रतिबद्ध कर्मचारियों के साथ लॉकडाउन के बाद से खाद्य अनाज, बिजली उत्पादन के लिए कोयले और अन्य आवश्यक वस्तुओं के 1,07,698 वैगन लोड किए हैं. रेलवे कर्मचारियों ने 24/7 आधार पर काम करके 23 मार्च से आठ मई तक 2,192 रेक में लोड करना संभव हो पाया है.
शिवाजी सुतार ने जानकारी दी कि 39,892 वैगनों में कंटेनर, 46471 वैगनों में कोयला, 504 वैगनों में खाद्यान्न, 626 वैगनों में चीनी, 9,355 वैगनों में पेट्रोलियम उत्पाद, 3,770 वैगनों में उर्वरक, 1,213 वैगनों में स्टील, 336 वैगनों में डी-ऑइल केक, 1,613 सीमेंट्स, 3,792 वैगनों में विविध वस्तुओं को मुंबई, नागपुर, भुसावल, सोलापुर और पुणे मंडल पर लोड किया गया है.
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