नई दिल्ली: भारत सरकार ने सिक्किम के नजदीक दोकलम इलाके में चीन की तरफ से सड़क बनाए जाने पर कड़ा ऐतराज जताया है. भारत ने चीन से आपसी समझौते का सम्मान करने को कहा है. भारत ने चीन से साफ कहा है कि इससे देश की सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ सकता है.


इस पर चीन ने कड़ा रुख अपनाया और हालात में सुधार के लिए बातचीत करने से पहले सिक्किम क्षेत्र से भारतीय जवानों को वापस बुलाने की शर्त रखी है. चीन, भारत पर चीन-भूटान विवाद में 'तीसरा पक्ष' बनने का आरोप भी लगाता रहा है.


चीन की दलीलों पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह जरूरी है कि भारत और चीन के बीच बनी सहमति का दोनों पक्ष ईमानदारी से पालन करें.


विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा, ''हाल ही में चीन की तरफ से की गई कार्रवाई से भारत बहुत चिंतित है. भारत ने चीन की सरकार को बता दिया है कि ऐसे निर्माण कार्यों से मौजूदा हालात में बदलाव आएगा जिसका भारत की सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ सकता है.''.


मंत्रालय ने 16 जून से उन सभी घटनाओं का जिक्र किया है जब पीएलए की कंस्ट्रक्शन टीम दोकलम क्षेत्र में घुसी और उसने सड़क बनाने की कोशिश की.


मंत्रालय ने कहा, ''भूटान सरकार के सहयोग से दोका ला के आम इलाके में मौजूद भारतीय जवान, चीन की कंस्ट्रक्शन टीम के पास पहुंचे और उन्होंने उनसे मौजूदा हालात को बदलने से बचने की अपील की. यह कोशिश अभी जारी हैं.''


मंत्रालय ने कहा कि जहां तक सिक्किम इलाके में बॉर्डर का संबंध है तो भारत और चीन तालमेल के आधार पर आपसी समझौते को पुख्ता करते हुए 2012 में एक समझौते पर पहुंचे थे.