Indian Students Being Defrauded in Canada: भारत ने कनाडा में धोखाधड़ी का शिकार हो रहे भारतीय छात्रों को लेकर चिंता जताई है. कनाडा में भारत के नए उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने गुरुवार (29 दिसंबर) को कहा, ''यह बड़ा मुद्दा है, जिस पर हमें विचार करना चाहिए.'' वह ओटावा में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे.
भारत की ओर से कहा गया है कि कनाडा में संदिग्ध ट्रैक रिकॉर्ड वाले निजी विश्वविद्यालयों में दाखिला दिलाने के नाम पर भर्ती एजेंट भारतीय छात्रों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं. उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने भारतीय समुदाय से ऐसे संस्थानों के खिलाफ मुखर होने के लिए कहा है ताकि दाखिला लेने जा रहे छात्रों को पहले से आगाह किया जा सके.
'धोखा देने वाले एजेंटों को किया गया चिन्हित'
भारतीय उच्चायुक्त वर्मा ने कहा कि भारत में तथ्यात्मक रूप से गलत नैरेटिव बनाया जा रहा है और देश से आने वाले प्रतिभाशाली छात्रों को धोखा दिया जाता है. वर्मा ने कहा कि ऐसे कॉलेजों में दाखिला दिलाने वाले विशेष लोगों को चिन्हित किया गया है. उच्चायुक्त ने कहा कि ओंटारियो और क्यूबेक प्रांतों में भारतीय छात्रों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
उच्चायुक्त वर्मा ने भारतीय समुदाय से आह्वान किया कि वह कॉलेजों में एडमिशन कराने जा रहे भारतीय छात्रों के साथ सही जानकारी साझा करे और उन संस्थानों की साख का पता लगाया जाए, जिनमें भारतीय छात्र पढ़ने के लिए जाने वाले हैं.
छात्रों को फुसलाने का आरोप
पिछले हफ्ते कैनेडियन इमिग्रेशन लॉयर्स एसोसिएशन के सह-संस्थापक रवि जैन ने कहा था कि दाखिला दिलाने वाले एजेंट छात्रों को स्थायी निवास के लिए भी वादा करते हैं. उन्होंने कहा था, ''वादे किए जा रहे है कि बड़ी आसानी से ये छात्र ग्रेजुएट हो सकेंगे और स्थायी निवासी बन जाएंगे लेकिन अगर आने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों की तादाद और उन्हें की जाने वाली आम पेशकश देखें जोकि कनाडाई अनुभव वर्ग है तो वहां सभी को रखने के लिए कमरा उपलब्ध नहीं है.''
अक्टूबर में सीबीसी न्यूज ने भी इस मुद्दे पर एक जांच निष्कर्ष निकाला था, जिसमें कहा गया था कि कनाडा में पोस्ट सेकेंडरी एजुकेशन और यहां जीवन बनाने का वादा कर छात्रों को फुसलाया जा रहा है. हर वर्ष हजारों की संख्या में विदेशी छात्र यहां आ रहे हैं.
उच्चायुक्त वर्मा ने दो लाख चालीस हजार भारतीय छात्रों की ओर इशारा करते हुए कहा कि कनाडा ने वास्तविक शैक्षिक अवसरों की पेशकश की है. साथ ही उन्होंने भर्ती एजेंटों के नकारात्मक असर के खिलाफ चेतावनी दी. उन्होंने कहा, ''हम नहीं चाहते हैं कि यह कहानी किसी तरह से कलंकित हो.''