त्रिशूर: भारत की पहली कोरोना रोगी एक बार फिर वायरस से संक्रमित पाई गई हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को यहां यह जानकारी दी. त्रिशूर की डीएमओ डॉक्टर केजे रीना ने बताया, 'वह कोविड-19 की चपेट में आ गई हैं. उनकी आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई जबकि एंटीजन रिपोर्ट में संक्रमण नहीं पाया गया. उनमें लक्षण दिखाई नहीं दिये.'
रीना ने कहा कि महिला पढ़ाई के लिए नई दिल्ली जाने की तैयारी कर रही थी. इस दौरान उसके नमूनों की आरटी-पीसीआर जांच की गई, जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई. डॉक्टर ने कहा कि महिला फिलहाल घर में है और 'उसकी तबीयत ठीक है.'
गौरतलब है कि 30 जनवरी 2020 को वुहान विश्वविद्यालय की मेडिकल की थर्ड ईयर की छात्रा कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं. सेमेस्टर ब्रेक के बाद घर लौटने के बाद वह देश की पहली कोविड-19 रोगी बन गई थी.
त्रिशूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में करीब तीन सप्ताह के इलाज के बाद दो बार उसकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई. इसके साथ ही संक्रमण से उसके उबरने की पुष्टि हुई और 20 फरवरी 2020 को उसे छुट्टी दे दी गई.
केरल में कोरोना की स्थिति
केरल में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 7798 नए मामले सामने आए और महामारी से 100 और मरीजों की मौत हो गई. इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 30 लाख 73 हजार 134 हो गए और मृतकों की संख्या 14 हजार 686 पर पहुंच गई.
त्रिशूर में संक्रमण के 1092, कोझिकोड में 780 और कोल्लम में 774 नए मामले सामने आए. स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि राज्य में संक्रमण की दर 9.14 फीसदी है.
मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार राज्य में सभी गर्भवती महिलाओं को टीका देने के लिए अभियान चलाएगी. जॉर्ज ने कहा, “अब तक राज्य में 1 करोड़ 59 लाख 6 हजार 153 लोगों को टीका दिया जा चुका है जिसमें से 1 करोड़ 16 लाख 31 हजार 528 लोगों को पहली खुराक और 42 लाख 74 हजार 625 लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है.”
मंत्री ने कहा, “राज्य की 30 फीसदी से ज्यादा आबादी को टीका दिया जा चुका है.” इस बीच, सोमवार को 11 हजार 447 लोग ठीक हो गए जिसके बाद स्वस्थ हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 29 लाख 46 हजार 870 हो गई. राज्य में अभी 1 लाख 11 हजार 93 मरीज उपचाराधीन हैं.
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