India On Foreign Cooperation Trilateral Cooperation: भारत, फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात ने शनिवार को एक त्रिपक्षीय ढांचे के तहत रक्षा, परमाणु ऊर्जा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में सहयोग के लिए एक महत्वाकांक्षी रूपरेखा पेश की. इन देशों के विदेश मंत्रियों के बीच फोन पर हुई बातचीत के बाद एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि तीनों पक्षों ने त्रिपक्षीय ढांचे के तहत सौर और परमाणु ऊर्जा पर ध्यान देने के साथ ऊर्जा के क्षेत्र में परियोजनाओं पर काम करने पर सहमति जताई है.


शांतिपूर्ण और समृद्ध भारत-प्रशांत


भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर (S Jaishankar) ने ट्वीट किया कि उन्होंने अपने समकक्षों के साथ एक स्थिर शांतिपूर्ण और समृद्ध भारत-प्रशांत के लिए शिक्षा, व्यापार, समुद्री, संस्कृति और हरित ऊर्जा में प्रगति और आगे सहयोग पर चर्चा की. उन्होंने फ्रांस (France) की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना (Catherine Colonna) और यूएई (UAE) के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान (Sheikh Abdullah Bin Zayed Al Nahyan) के साथ की फोटो के संग से कैप्शन लिखा.






त्रिपक्षीय सहयोग पहल पर बयान


त्रिपक्षीय सहयोग (Trilateral Cooperation) पहल पर दिए बयान में कहा गया है, ‘‘यह स्वीकार किया गया कि रक्षा तीन देशों के बीच घनिष्ठ सहयोग का क्षेत्र है. इसलिए, तीन देशों के रक्षा बलों के बीच सहयोग और प्रशिक्षण के लिए रास्ते तलाशे जाने के प्रयास किये जायेंगे.’’ विदेश मंत्रियों ने कहा कि त्रिपक्षीय पहल स्थायी परियोजनाओं पर उनके देशों की विकास एजेंसियों के बीच सहयोग का विस्तार करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगी.


दरअसल तीनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच पिछले साल 19 सितंबर को त्रिपक्षीय प्रारूप के तहत पहली बार बैठक हुई थी. इस बैठक में वे आपसी हित के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करने के लिए एक औपचारिक त्रिपक्षीय सहयोग पहल स्थापित करने पर सहमत हुए थे. बयान में कहा गया है, ‘‘इसी संदर्भ में आज तीनों मंत्रियों के बीच इस पहल के क्रियान्वयन के लिए एक रूपरेखा अपनाने के लिए फोन पर बातचीत हुई.’


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