India G20 Summit 2023: केंद्र सरकार ने आगामी जी-20 शिखर सम्मेलन से जुड़े सुझाव, चर्चा और रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए सोमवार (5 दिसंबर) को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. ये बैठक संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी (Prahlad Joshi) ने बुलाई है. इसमें शामिल होने के लिए 40 राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) भी बैठक में शामिल होंगे. यह बैठक राष्ट्रपति भवन में आयोजित होगी, जिसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद रहेंगे.
भारत को आधिकारिक तौर पर 1 दिसंबर को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले संगठन जी-20 की अध्यक्षता मिली है. इसके तहत भारत में करीब 200 से ज्यादा बैठकें आयोजित की जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के जी20 के महत्व को लेकर घरेलू राजनीतिक समर्थन हासिल करने की कोशिश में सोमवार को सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रमुखों से मिलेंगे और उन्हें भारत के इस अद्वितीय अवसर के महत्व के बारे में बताएंगे.
PM मोदी शेयर करेंगे प्लान
उम्मीद की जा रही है कि प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक में साल भर की गतिविधियों के बारे में जानकारी देंगे, जो उनकी सरकार ने अगले साल सितंबर में नई दिल्ली में जी20 नेताओं के प्रमुख शिखर सम्मेलन से पहले बनाई है. सूत्रों की मानें तो सरकार इस बैठक में जी20 शिखर सम्मेलन के लिए सुझाव, चर्चा करने रणनीतियों को अंतिम रूप देने पर भी चर्चा कर सकती है. सोमवार शाम 5 बजे से 6.30 बजे तक राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र में होने वाली सर्वदलीय बैठक में नेताओं को भारत की जी20 अध्यक्षता और देश के लिए इसके महत्व के बारे में जानकारी दी जाएगी.
भारत जी20 शेरपा क्या बोले?
इससे पहले रविवार को भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने पर पहली पैनल चर्चा में कहा कि हम सभी के सामने एक बड़ी चुनौती है. दुनिया उथल-पुथल के बीच है. हम एक बड़े भू-राजनीतिक संकट से गुजर रहे हैं, जो यूरोप में हम सभी के सामने देखा जा रहा है. हमने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को टूटते हुए देखा है, हम दुनिया के 70 देशों को ग्लोबल कर्ज से पीड़ित देख रहे हैं, हम जलवायु कार्रवाई और जलवायु वित्त के विशाल संकट को देख रहे हैं और ऊपर से हम साक्षरता, स्वास्थ्य, पर्यावरण की चुनौतियों को देख रहे हैं.
उन्होंने कहा कि आबादी का एक बड़ा वर्ग गरीबी रेखा से नीचे जा रहा है. उन्होंने कहा इसके अलावा मुद्रास्फीति और वैश्विक विकास की मंदी की चुनौती है संकट की इस घड़ी में भारत जी20 की अध्यक्षता संभाल रहा है.
इसे भी पढ़ेंः-