Formula E Racing Championship: देश में पहली बार इंटरनेशनल फ़ॉर्मूला वन रेस क़रीब 9 साल पहले नोएडा में हुई थी. अब हैदराबाद में 11 फ़रवरी 2023 को देश में पहली बार फ़ार्मूला-ई रेस होने जा रही है. फ़ॉर्मूला-ई रेस में हिस्सा लेने वाली कारें स्पीड में फ़ॉर्मूला वन के बराबर होंगी लेकिन आवाज़ बहुत कम करेंगी. फ़ार्मूला ई रेसिंग में इलेक्ट्रिक कारों का इस्तेमाल किया जाता है जो बैटरी से चलती हैं.


अगले साल 11 फ़रवरी को हैदराबाद में फ़ॉर्मूला ई रेस का आयोजन किया गया है. ख़ास बात ये है कि इस रेस के लिए किसी ख़ास रेसिंग ट्रैक वाले स्टेडियम का निर्माण नहीं किया गया है बल्कि इसे हैदराबाद की खूबसूरत और विशाल हुसैन सागर झील के किनारे की आम सड़क पर किया जाएगा. इसके लिए एक प्रमोटर के तौर पर तेलंगाना सरकार सड़क को नए सिरे से रेसिंग ट्रैक के रूप में डेवलप कर रही है.


हैदराबाद की रोड पर फर्राटे भरेंगी बैटरी वाली कारें


इस मामले पर हैदराबाद म्युनिसिपल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट के स्पेशल चीफ सेक्रेटरी अरविंद कुमार ने बताया है कि देश में पहली फ़ॉर्मूला वन रेस नोएडा में हुई थी. फ़ॉर्मूला ई रेस में कारें बैटरी से चलती हैं इसलिए इसमें आवाज़ कम होती है हालांकि स्पीड उतनी ही रहती है. फ़ॉर्मूला वन के लिए प्रॉपर रेसिंग ट्रैक चाहिए होता है लेकिन भारत में होने वाली इस रेस के लिए ट्रैक तो होगा लेकिन वो हैदराबाद की सड़कें होंगीं. पूरी दुनिया में 18 शहर हैं, जहां ये रेस हुई है. हम होस्ट सिटी की हैसियत से रोड ठीक करने का कम कर रहे हैं.


ये रेस भारत में पहली बार हैदराबाद से शुरू की जा रही है. त्रिपक्षीय एग्रीनेंट हुआ है फॉर्मूला ई और तेलंगाना सरकार के अलावा एक अन्य प्रमोटर भी इसमें शामिल हैं. हुसैन सागर के पास 2.8 किलोमीटर की मौजूदा सड़क को ठीक किया जा रहा है. एक नया सेक्रेटेरिएट और भारत की सबसे बड़ी अम्बेडकर मूर्ति बन रही है.


‘तेलंगाना के लिए इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटी’


तो वहीं, फॉर्मूला ई रेस की एग्जीक्यूटिव कमेटी के सदस्य दिलबाग गिल का कहना है कि तेलंगाना सरकार फ़ॉर्मूला -ई रेस को एक इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटी के तौर पर देख रही है. 11 फ़रवरी से तेलंगाना सरकार इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सप्ताह मना रही है. इस इंटरनेशनल इवेंट के माध्यम से इंवेस्टर का ध्यान हैदराबाद की ओर जाएगा. इससे हैदरबाद में इलेक्ट्रिक व्हिकल में इन्वेस्टमेंट भी होगा. तेलंगाना सरकार का इस इवेंट में सीधा इन्वॉल्व्मेंट नहीं है, वो सिर्फ़ प्रमोटर है. तेलंगाना सरकार इस इंवेंट के लिए हुसैन सागर के पास बिना स्पीड ब्रेकर वाली दस मीटर चौड़ी रोड बनवा रही है.


भारत की तरफ से दो टीमें ले रही हैं हिस्सा


मोटर स्पोर्ट्स में सिर्फ़ चार वर्ल्ड चैम्पियनशिप हैं जिनमें से ये एक है. इंडिया में फ़ॉर्मूला वन के 10 साल बाद ये आ रही है. महिंद्रा और टीसीएस जगुआर की दो इंडियन टीमें भी इस चैम्पियनशिप में हिस्सा ले रही हैं. एक दिन का इंवेंट है सुबह क्वालिफ़ाइंग और दोपहर में रेस होगी. पोर्शे, मर्सडीज़, मैकलेयर आदि कार कम्पनियों की कुल 11 टीमें हिस्सा लेंगी. इस इवेंट का 192 देशों में सीधा प्रसारण होगा और विश्व भर में करोड़ों लोग इसे देख सकेंगे.


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