भारत ने बांग्लादेश को सौंपे 10 डीज़ल रेल इंजन, विदेश मंत्री जयशंकर बोले- हिंदुस्तान अनलिमिटेड सपोर्ट देता रहेगा
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान भारत और बांग्लादेश के बीच चलने वाले 7 रेल रूट बंद हो गए थे, जिनमें से 4 रेल रूटों को अब चालू कर दिया गया है.
![भारत ने बांग्लादेश को सौंपे 10 डीज़ल रेल इंजन, विदेश मंत्री जयशंकर बोले- हिंदुस्तान अनलिमिटेड सपोर्ट देता रहेगा India handed over 10 diesel locomotives to Bangladesh ANN भारत ने बांग्लादेश को सौंपे 10 डीज़ल रेल इंजन, विदेश मंत्री जयशंकर बोले- हिंदुस्तान अनलिमिटेड सपोर्ट देता रहेगा](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/07/28025200/bangladesh-coach.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
नई दिल्ली: आज सोमवार 27 जुलाई को भारत और बांग्लादेश के रेल मंत्रियों और वित्त मंत्रियों की उपस्थिति में भारत ने अपने गेदे रेलवे स्टेशन से 10 नए डीज़ल रेल लोको को बांग्लादेश को सौंपने के लिए रवाना किया. जो कुछ ही देर में बांग्लादेश के दर्शना रेलवे स्टेशन पहुंच गया जहां इन लोको का स्वागत फूलों की बौछार के साथ किया गया.
बांग्लादेश के वित्तमंत्री ने कहा कि इन 10 लोको से बांग्लादेश के फ़्रेट कारोबार को बहुत लाभ मिलेगा. बांग्लादेश के रेल मंत्री ने भारत के रेल मंत्री पीयूष गोयल को बांग्लादेश के रेलवे नेटवर्क को क़रीब से देखने के लिए अपने देश आमंत्रित भी किया.
बांग्लादेश के रेल और वित्त मंत्रियों ने भारत से कहा थैंक्स
आज भारत से 10 रेल लोको प्राप्त करने के बाद बांग्लादेश के रेल मंत्री ने भारत का धन्यवाद करते हुए कहा कि भारत बांग्लादेश के सड़क और रेल नेटवर्क को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. भारत बांग्लादेश के मजबूत रिश्तों को और अधिक सहयोगी बनाने के लिए 5 अक्टूबर 2019 को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना और 6 अगस्त 2019 को बांग्लादेश के रेल मंत्री नज़रुल इस्लाम सुजन का दिल्ली दौरा भी हुआ था.
आज भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत बांग्लादेश के रोड और रेल इंफ़्रास्ट्रकचर को मजबूत करने के लिए अनलिमिटेड सपोर्ट देता रहेगा.
1996 से बांग्लादेश के रेल इंफ़्रास्ट्रक्चर में बड़ी मदद कर रहा है भारत
ट्रैफ़िक इंफ़्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में हुए एक समझौते के तहत भारत बांग्लादेश के सड़क परिवहन और रेल नेटवर्क को आधुनिक स्तर का बनाने के लिए हर सम्भव मदद कर रहा है. इसके तहत इक्यूपमेंट, कौशल, तकनीक देने के साथ ही भारत ने बांग्लादेश को कई बड़े सहायता लोन भी दे रखे हैं.
भारत-बांग्लादेश रिश्तों की अहम कड़ी
भारत और बांग्लादेश के बीच आपसी रिश्तों, सहयोग और व्यापार के क्षेत्र की अहम कड़ी है इंडो-बांग्लादेश रेल परिचालन. भारत और बांग्लादेश मिल कर दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण रेलवे प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. इसके अलावा दोनों देशों के बीच की कुछ पुरानी रेल लाइनों का भी आधुनिकीकरण किया जा रहा है.
वर्तमान में भारत को बांग्लादेश से जोड़ने वाली रेल लाइनें
इस समय भारत और बांग्लादेश को एक दूसरे से जोड़ने वाली 4 सक्रिय रेल लाइनें उपयोग में लाई जा रही हैं. ये सभी हमारे पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश से विशेष ट्रेनों के माध्यम से कनेक्ट करती हैं. ये चार लाइनें हैं-
- पेट्रापोल (भारत) से बेनापोल (बांग्लादेश) रेल लिंक. पेट्रापोल पश्चिम बंगाल के उत्तर चौबीस परगना ज़िले का एक क़स्बा है. जबकि बेनापोल बांग्लादेश के जेसोर ज़िले का एक क़स्बा है.
- गेदे (भारत)- दर्शना (बांग्लादेश) रेल लिंक. गेदे पश्चिम बंगाल के नदिया ज़िले का एक क़स्बा है.
- सिंहाबाद (भारत)- रोहानपुर (बांग्लादेश). सिंहाबाद पश्चिम बंगाल के मालदा ज़िले का एक क़स्बा है.
- राधिकापुर (भारत)- बिरोल (बांग्लादेश). राधिकापुर बांग्लादेश के उत्तर दिनाजपुर जिले का एक गाँव है. यहीं पर राधिकापुर रेलवे स्टेशन है.
दोनों देशों के बीच मौजूदा ट्रेनें
भारत-बांग्लादेश के बीच 2 पैसेंजर ट्रेनें चलती हैं ( कोविड संकट में कुछ समय के लिए स्थगित) -
1- बंधन एक्सप्रेस (कोलकाता- खुलना )- सप्ताह में 2 दिन चलती है.
2- मैत्री एक्सप्रेस- (कोलकाता- ढाका)- सप्ताह में 5 दिन
भारत ने बांग्लादेश को दिया है 2.44 बिलियन अमेरिकी डॉलर की लिमिट का लोन
वर्तमान में भारत ने महज़ 1% इंट्रेस्ट पे बांग्लादेश को 20 साल के लिए 2.44 बिलियन अमेरिकी डॉलर की लिमिट (LoC) वाला सहायता लोन दे रखा है जिससे बांग्लादेश में 17 महत्वपूर्ण रेल प्रोजेक्ट चालू हैं.
9 प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं
इन 17 रेलवे प्रोजेक्टों में से 9 प्रोजेक्ट सफलतापूर्वक पूरे हो चुके हैं. इनमें से कुछ की बात करें तो ब्रॉडगेज और मीटर गेज लोकमोटिव्ज़, फ़्लैट वैगनस्, कई रेलवे ब्रिज और सिग्नलिंग इक्यूपमेंट्स आदि से बांग्लादेश मजबूत हुआ है.
भारत से मिले सहायता लोन से बांग्लादेश में चल रहे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट
1- भारत ने बांग्लादेश के रेल इंफ़्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए जो सहायता लोन दिया है उसमें से 78 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत से बांग्लादेश में कुलौरा-शाहबाज़पुर रेलवे लाईन का निर्माण हो रहा है. उम्मीद है कि ये प्रोजेक्ट इस साल के अंत तक पूरा हो जाएगा.
2- 389 अमेरिकी डॉलर की लागत से बांग्लादेश में खुलना-मोंगला (रेलवे ब्रिज सहित) रेल लाईन प्रोजेक्ट चल रही है. उम्मीद है कि ये प्रोजेक्ट जून 2021 तक पूरा हो जाएगा.
3- इनके अलावा बांग्लादेश में भारत के सहायता लोन से 3 और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट चल रही हैं जिनमें डबल लाईन ट्रैक का काम, एक मीटर गेज लाईन को डबल गेज लाईन में बदलने का काम, एक नई डबल गेज लाईन बिछाने का काम चल रहा है.
अगरतला (भारत) और अखौरा (बांग्लादेश) के बीच नई रेल लाईन
इन सबके अलावा भारत और बांग्लादेश के बीच 12 किलोमीटर लम्बी एक नई क्रॉस बॉर्डर रेलवे लाईन भी अगरतला (भारत) और अखौरा (बांग्लादेश) के बीच बिछाई जा रही है. ये लाईन ढाका-चित्तगोंग ट्रंक लाईन के अंतर्गत शामिल होगी. उम्मीद है कि मार्च 2021 तक ये लाईन बन कर तैयार हो जाएगी.
1965 से पहले के सभी रेल लिंक दोबारा शुरू होंगे
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान भारत और बांग्लादेश के बीच चलने वाले 7 रेल रूट बंद हो गए थे, जिनमें से 4 रेल रूटों को अब चालू कर दिया गया है. अन्य तीनों रेल रूटों पर भी काम चल रहा है और उन्हें भी जल्द खोल दिया जाएगा. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना ने अपने पिछले भारत दौरे में इन सभी रेल रूटों को खोलने का विशेष आग्रह किया था.
यह भी पढ़ें.
अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन का उत्सव मनाएंगे मुस्लिम भक्त, बोले- राम हमारे पूर्वज
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)