President Ram Nath Kovind Speech: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का संबोधन- कोरोना, कृषि, नए संसद भवन, जम्मू-कश्मीर सहित इन मुद्दों का किया जिक्र
President Ram Nath Kovind Speech: स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कोरोना, कृषि, ओलंपिक खेल, नए संसद भवन, वैक्सीन और जम्मू-कश्मीर सहित कई मुद्दों का जिक्र किया.
President Ram Nath Kovind Speech: स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश को संबोधित किया. उन्होंने कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए कहा कि अभी महामारी की तीव्रता में कमी आई है लेकिन कोरोना-वायरस का प्रभाव अभी समाप्त नहीं हुआ है. हर तरह के जोखिम उठाते हुए, हमारे डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों, प्रशासकों और अन्य कोरोना योद्धाओं के प्रयासों से कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों ने कम समय में कोरोना की वैक्सीन बनाई.
जल्दी वैक्सीन लगवाने की अपील की
राष्ट्रपति ने कहा, “मैं सभी देशवासियों से आग्रह करता हूं कि वे प्रोटोकॉल के अनुरूप जल्दी से जल्दी वैक्सीन लगवा लें और दूसरों को भी प्रेरित करें. इस समय वैक्सीन हम सबके लिए विज्ञान द्वारा सुलभ कराया गया सर्वोत्तम सुरक्षा कवच है. मैं सभी देशवासियों से आग्रह करता हूं कि वे प्रोटोकॉल के अनुरूप जल्दी से जल्दी वैक्सीन लगवा लें. यह तथ्य संतोषजनक है कि चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के लिए एक वर्ष की अवधि में ही 23,220 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं.”
कृषि क्षेत्र पर क्या बोले?
इसके साथ ही उन्होंने कहा, “मुझे इस बात की खुशी है कि सभी बाधाओं के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में, विशेष रूप से कृषि के क्षेत्र में बढ़ोतरी जारी रही है. एग्रीकल्चरल मार्केटिंग में किए गए अनेक सुधारों से हमारे अन्नदाता किसान और भी सशक्त होंगे और उन्हें अपने उत्पादों की बेहतर कीमत प्राप्त होगी.”
जम्मू-कश्मीर के युवाओं से क्या कहा?
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा, “मैं जम्मू-कश्मीर के निवासियों, विशेषकर युवाओं से इस अवसर का लाभ उठाने और लोकतांत्रिक संस्थाओं के माध्यम से अपनी आकांक्षाओं को साकार करने के लिए सक्रिय होने का आग्रह करता हूं. अब जम्मू-कश्मीर में नव-जागरण दिखाई दे रहा है. सरकार ने लोकतंत्र और कानून के शासन में विश्वास रखने वाले सभी पक्षों के साथ परामर्श की प्रक्रिया शुरू कर दी है.”
नए संसद भवन का किया जिक्र
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, “हमारा लोकतन्त्र संसदीय प्रणाली पर आधारित है, अतः संसद हमारे लोकतन्त्र का मंदिर है. स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर इस नए भवन के उद्घाटन को विश्व के सबसे बड़े लोकतन्त्र की विकास यात्रा में एक ऐतिहासिक प्रस्थान बिन्दु माना जाएगा. हमारा लोकतन्त्र संसदीय प्रणाली पर आधारित है, अतः संसद हमारे लोकतन्त्र का मंदिर है. यह सभी देशवासियों के लिए बहुत गर्व की बात है कि हमारे लोकतंत्र का यह मंदिर निकट भविष्य में ही एक नए भवन में स्थापित होने जा रहा है.”
अपने संबोधन के शुरुआत में उन्होंने कहा, "देश-विदेश में रहने वाले सभी भारतीयों को स्वाधीनता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. यह दिन हम सभी के लिए अत्यंत हर्ष और उल्लास का दिन है. इस वर्ष के स्वाधीनता दिवस का विशेष महत्व है क्योंकि इसी वर्ष से हम सब अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं."
कोरोना योद्धाओं की सराहना की
राष्ट्रपति ने ये भी कहा, "कोरोना के संकट का सामना करने में लाखों लोगों ने अपनी परवाह न करते हुए मानवता के प्रति निस्वार्थ भाव से दूसरों के स्वास्थ्य और प्राणों की रक्षा के लिए भारी जोखिम उठाए हैं. ऐसे सभी कोविड योद्धाओं की मैं हृदय से सराहना करता हूं. सभी कोविड योद्धाओं की मैं हृदय से सराहना करता हूं. अनेक कोविड योद्धाओं को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है. मैं उन सबकी स्मृति को नमन करता हूं."
राष्ट्रपति ने कहा, “कई पीढ़ियों के ज्ञात और अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष से हमारी आज़ादी का सपना साकार हुआ था. उन सभी ने त्याग व बलिदान के अनूठे उदाहरण प्रस्तुत किए. मैं उन सभी अमर सेनानियों की पावन स्मृति को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं.”
ओलंपिक खेलों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “हाल ही में संपन्न टोक्यो ओलंपिक में हमारे खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से देश का गौरव बढ़ाया है. मैं हर माता-पिता से आग्रह करता हूं कि वे होनहार बेटियों के परिवारों से शिक्षा लें और अपनी बेटियों को भी आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करें.”