नेपाल सीमा पर विदेशी नागरिकों की घुसपैठ, भारत ने शुरू की लेज़र-फेंसिंग
भारत और नेपाल के बीच बिना पासपोर्ट और वीजा के आवाजाही की संधि है. लेकिन ये संधि सिर्फ भारत और नेपाल के नागरिकों के लिए है. एसएसबी नेपाल के साथ-साथ भूटान बॉर्डर की रखवाली भी करती है.
नई दिल्ली: नेपाल सीमा से पाकिस्तानी और चीनी नागरिकों की घुसपैठ को देखते हुए भारत ने नेपाल सीमा पर लेज़र-फेंसिंग लगानी शुरू कर दी है. बिना पासपोर्ट और वीजा के ये विदेशी नागरिक भारत की सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे थे. इस साल अबतक कुल 59 विदेशी नागरिक नेपाल सीमा से भारत में घुसपैठ के दौरान गिरफ्तार किए गए. इस बात का खुलासा खुद भारत-नेपाल सीमा की रखवाली करने वाली सशस्त्र सीमा बल यानि एसएसबी के डीजी ने किया है.
अपने 56वें स्थापना दिवस से पहले मंगलवार को एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में एसएसबी के डीजी, कुमार राजेश चंद्र ने बताया कि पिछले कुछ समय से ये पाया जा रहा था कि 'थर्ड पार्टी' नागरिक नेपाल के रास्ते भारत में घुसने की कोशिश कर रहे हैं, इसीलिए एसएसबी ने नेपाल सीमा पर खास तरह की लेजर-फेंस लगाना शुरू कर दिया है. शुरूआत में उत्तर प्रदेश के पीलीभीत और बहराइच सेक्टर में ये लेज़र-फेंस पायलट-प्रोजेक्ट के तौर पर लगाई गई हैं. निकट भविष्य में बाकी बॉर्डर पर ये लगाई जायेंगी.
इस साल अबतक कुल 59 'थर्ड पार्टी' विदेशी नागरिक भारत में घुसपैठ करते वक्त नेपाल सीमा से एसएसबी ने गिरफ्तार किए हैं. ये थर्ड पार्टी नागरिक पाकिस्तान, बांग्लादेश और चीन के हैं. चीन के कुल 04 नागरिक इस साल भारत में बिना वीजा और पासपोर्ट के घुसते हुए पकड़े गए हैं. अमेरिकी नागरिक भी नेपाल सीमा से गैर-कानूनी तरीके से दाखिल होते पकड़े गए. पिछले साल (साल 2018) में कुल 28 थर्ड पार्टी नागरिक नेपाल सीमा पर पकड़े गए थे.
आपको बता दें कि भारत और नेपाल के बीच बिना पासपोर्ट और वीजा के आवाजाही की संधि है. लेकिन ये संधि सिर्फ भारत और नेपाल के नागरिकों के लिए है. लेकिन इसका नाजायज फायदा पाकिस्तान, बांग्लादेश (और अब) चीन के नागरिक भारत में दाखिल होने के लिए उठाना चाहते हैं. एसएसबी भारत की नेपाल से सटी 1751 किलोमीटर लंबी सीमा की रखवाली करती है. लेकिन कोई फेंस या कटीली तार ना होने के चलते इस तरह की रिपोर्ट लगातार आ रही थी कि पाकिस्तान और दूसरे देश के नागरिक यहां से भारत में घुसने की कोशिश करते रहते हैं. पाकिस्तान से संचालित आतंकी संगठन, लश्कर और जैश के साथ-साथ पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी, आईएसआई के भी नेपाल बॉर्डर पर सक्रिय होने की खबरें लगातार आती रहती हैं.
एसएसबी डीजी ने 'ऑपरेशनल जानकारी' होने के चलते पकड़े गए थर्ड पार्टी नागरिकों के भारत में घुसने का कारण हालांकि नहीं बताया. कुमार राजेश के मुताबिक, इन सभी पकड़े गए घुसपैठियों को एसएसबी पुलिस और दूसरी सुरक्षा एजेंसियों के हवाले कर देती है और उनपर जरूरी कानूनी कारवाई करती है. आपको बता दें कि एसएसबी इस साल 20 दिसम्बर को अपना 56 वां स्थापना दिवस मना रही है. 19 दिसम्बर को गृह मंत्री अमित शाह एसएसबी के राजधानी दिल्ली स्थित घिटोरनी कैंप जाएंगे और परेड की सलामी लेने के साथ-साथ जवानों को संबोधित करेंगे. एसएसबी नेपाल के साथ-साथ भूटान बॉर्डर की रखवाली भी करती है.
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