नई दिल्ली: चीन में मालदीव के राजदूत मोहम्मद फैजल ने कहा, "भारत हमारा भाई है लेकिन चीन उस भाई की तरह है जो लंबे समय से दूर था और
अब जाकर मिला है." उन्होंने कहा कि उनका देश दिल्ली की चिंताओं के बावजूद चीन की परियोजनाओं के साथ आगे बढ़ने जा रहा है. फैजल ने दक्षिण
चीन मॉर्निंग पोस्ट को बताया कि चीन के निवेश के साथ आगे बढ़ता रहेगा लेकिन उन्हें भारत और चीन के बीच की फंसने के ख़तरों का भी पता है.


उन्होंने कहा, "चीन एक लंबे समय खोए हुए चाचा के लड़के की तरह है जिसे हमने फिर से पा लिया है, चीन हमारा ऐसा भाई है जो हमारी मदद करने के लिए उत्सुक रहता है. भारत भी हमारा भाई है और हम एक परिवार की तरह हैं. हमारे बीच में कितने झगड़े और मतभेद हो जाएं लेकिन आखिर में हम बैठकर इन्हें सुलझा लेते है."


उन्होंने दावा करते हुए कहा, "मालदीव ने भारत से कई परियोजनाएं मदद में ली हैं लेकिन हमें जितने की आवश्यकता थी उतनी सहायता नहीं मिला." वहीं चीन हिंद महासागर में अपनी 21वीं शताब्दी में मैरीटाइम सिल्क रोड परियोजना में मालदीव को प्रमुख भागीदार के रुप में देखता है और साथ ही चीन ने मालदीव में अच्छा-खासा निवेश भी किया है.


आपको बता दें कि आपातकाल से जूझ रहे देश मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन का चीन ने संकट भरे समय में बचाव भी किया है. चीन ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय दबाव से बचाने और और सत्ता में रहने के लिए सक्षम बनाया है. पिछले महीने की शुरुआत में जब सुप्रीम कोर्ट ने विपक्षी नेताओं को रिहा करने के लिए कहा दिया था तब मालदीव की सरकार ने इस फैसले को लागू करने से इंकार कर दिया और आपातकाल लागू कर दिया था.