मुंबई: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि ‘इंडिया’ नाम का शब्द सिंधु नदी (इंडस) से निकला है. उन्होंने यह भी कहा कि ‘भारत’ शब्द ज्यादा समावेशी है और देश को संबोधित करने का वैकल्पिक तरीका है.


सोमवार शाम बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा, ‘‘इंडिया सिंधु से आया, क्या इसमें कावेरी है? भारत में यह नहीं है? भारत एक है, सभी भारतीय एक हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अंग्रेजी में भी आप भारतीय लिख सकते हैं. इसे ‘भारतीय’ के रूप में लिखने से भाषा के किसी नियम का उल्लंघन नहीं होता क्योंकि व्यक्तिवाचक संज्ञा का अनुवाद नहीं होता.’’


व्यक्तिवाचक संज्ञा के बारे में अपनी बात को और स्पष्ट करते हुए भागवत ने कहा कि उन्हें हर जगह ‘‘मोहन’’ कहकर बुलाया जाता है. उन्होंने कहा, ‘‘मोहन का अनुवाद संभव नहीं है. मैं दुनिया में जहां कहीं जाता हूं, मोहन कहलाता हूं, हम सब भारतीय हैं.’’