अब इजरायल में सीधे काम कर सकेंगे 42 हजार भारतीय नागरिक, इंफ्रास्ट्रक्चर-नर्सिंग समेत कई सेक्टर्स में नौकरी का अवसर
India Israel Relation: भारत दौर पर आए इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात के बाद कई द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए
India-Israel Bilateral Relation: इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन मंगलवार (9 मई) को भारत यात्रा पर आए. इस दौरान उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापार, क्षेत्रीय संपर्क और रक्षा जैसे क्षेत्रों में संबंध बढ़ाने के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किया. कई समझौतों में से एक समझौते के मुताबिक अब इजरायल में करीब 42,000 भारतीय श्रमिक कंस्ट्रक्शन और नर्सिंग क्षेत्र में काम कर सकेंगे.
कोहेन ने पीएम नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की और दोनों देशों के बीच संबंधों को बढ़ाने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ कई मुद्दों पर बातचीत की.
दौरा बीच में ही छोड़कर इजरायल लौटे विदेश मंत्री
इजरायल के विदेश मंत्री तीन दिवसीय यात्रा पर मंगलवार सुबह यहां पहुंचे थे, लेकिन गाजा पट्टी में एक आतंकी समूह के ठिकानों पर इजरायल की सैन्य कार्रवाई के मद्देनजर उन्होंने अपनी यात्रा में कटौती करनी पड़ी.
किन समझौतों पर हुए हस्ताक्षर?
इजरायल की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, दोनों पक्षों ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किया कि वे इजरायल में करीब 42,000 भारतीय श्रमिकों को कंस्ट्रक्शन और नर्सिंग क्षेत्र में काम करने देंगे. भारत-इजरायल कारोबारी मंच के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कोहेन ने कहा कि भारत, इजरायल और अरब देश क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा दे सकते हैं और खाड़ी क्षेत्र में रेलवे नेटवर्क भविष्य में इजरायल के हाइफा बंदरगाह तक भारतीय सामान की खेप पहुंचाने में मददगार साबित होगा.
कोहेन ने यहां पहुंचने के कुछ घंटे बाद भारत-इजरायल व्यापार मंच को संबोधित करते हुए दोनों देशों के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते को जल्द से जल्द पूरा करने पर भी जोर दिया. क्षेत्र में संपर्क (कनेक्टिविटी) पर उनकी टिप्पणी भारत, अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की सऊदी अरब के वली अहद मोहम्मद बिन सलमान से हुई मुलाकात के दो दिन बाद आई है. उन्होंने एक बड़ी संपर्क परियोजना पर चर्चा की थी
अडाणी समूह को सौंपा था हाइफा बंदरगाह का मैनेजमेंट
जनवरी में इजरायल ने रणनीतिक महत्व के हाइफा बंदरगाह को अडाणी समूह को सौंप दिया था. यह कंटेनर के परिवहन के संदर्भ में इजरायल का दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह है और जहाजरानी पर्यटन क्रूज जहाजों के मामले में सबसे बड़ा बंदरगाह है.
कोहेन ने कहा, हम चाहते हैं कि इजरायल, खाड़ी अरब देशों और भारत, पूर्व से पश्चिम का द्वार खोले. वहीं, जयशंकर ने कोहेन से बातचीत के बाद ट्वीट किया, इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन के साथ आज दोपहर को सार्थक और विस्तृत चर्चा हुई. हमारे सामरिक संबंधों का मुख्य स्तंभ- कृषि, जल, रक्षा और सुरक्षा है और यह हमारे रिश्तों को आगे ले जा रहा है.