India-Maldives Relations: भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले तीन मंत्रियों को मालदीव की सरकार ने रविवार (7 जनवरी) को सस्पेंड कर दिया. जिन मंत्रियों को सस्पेंड किया गया है, उनके नाम मरियम शिउना, मालशा शरीफ और महजूम माजिद है. सोशल मीडिया पर शुरू हुए विवाद की वजह से भारत में लोगों ने मालदीव की न सिर्फ जमकर आलोचना की है, बल्कि अपनी ट्रिप भी कैंसिल कर दी है. 


वहीं, मालदीव सरकार ने बयान जारी कर कहा, 'विदेश मंत्रालय ने आज सोशल मीडिया पर पड़ोसी देश भारत का अपमान करने वाली कुछ पोस्टों के संबंध में भारत सरकार के रुख पर एक बयान जारी किया. सरकारी पद पर रहते हुए सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट करने वालों को अब नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया है.' ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर मरियम शिउना, मालशा शरीफ और महजूम माजिद कौन हैं, जिनकी वजह से इतना बड़ा बखेड़ा शुरू हो गया. 


कौन हैं सस्पेंड होने वाले तीन मंत्री? 


मरियम शिउना मालदीव सरकार में मौजूदा मंत्री हैं. वह मालदीव के 'युवा अधिकारिता, सूचना और कला मंत्रालय' में डिप्टी मंत्री नियुक्त की गई थीं. शिउना माले सिटी काउंसिल की प्रवक्ता भी हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर एक्स पर विवादित टिप्पणी की थी, जिसे विवाद बढ़ने पर डिलीट कर दिया गया. 


महजूम माजिद भी मालदीव के 'युवा अधिकारिता, सूचना और कला मंत्रालय' में डिप्टी मंत्री थे. उनकी दिलचस्पी कानून के सेक्टर में है. उन्होंने इंटरनेशनल इस्लामिक यूनिवर्सिटी मलेशिया में कानून की पढ़ाई की है. 2022 में उन्होंने मालदीव के पहले बार एग्जाम को पास किया था. वह डिबेट में भी हिस्सा लेते आए हैं. 


मालशा शरीफ को भी मालदीव के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने 'युवा अधिकारिता, सूचना और कला मंत्रालय' में डिप्टी मंत्री का जिम्मा सौंपा था. मगर उन्होंने विवादित टिप्पणी कर न सिर्फ भारत संग रिश्ते बिगाड़े, बल्कि अपना मंत्री पद भी गंवा दिया. 


कैसे शुरू हुआ विवाद? 


दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी लक्षद्वीप में कई सारे प्रोजेक्ट्स के उद्घाटन के लिए दो और तीन जनवरी को वहां पहुंचे हुए थे. इस दौरान उन्होंने लक्षद्वीप में जीवन का पता लगाने के लिए ‘स्नॉर्कलिंग’ का लुत्फ भी उठाया. उन्होंने अपने दौरे की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिसके बाद कुछ लोगों ने इसे मालदीव को काउंटर करने लक्षद्वीप में टूरिज्म को बढ़ावा देने वाले कदम के तौर पर देखा. 


भारत में भी इस बात को लेकर चर्चा होने लगी कि लोगों को लक्षद्वीप की यात्रा करनी चाहिए. वहीं, भारत में मालदीव के बजाय लक्षद्वीप की यात्रा की चर्चा होने के बाद ही द्वीपीय देश से भी सोशल मीडिया पर तरह-तरह के रिस्पांस आना शुरू हो गए. इस दौरान ही मालदीव के कुछ नेताओं ने भारत और पीएम मोदी को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट किए. 


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