भारत और मालदीव के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है. मालदीव के तीन मंत्रियों की ओर से की गई आपत्तिजनक बयानबाजी ने नया बवाल शुरू कर दिया है. साल 2022 में मालदीव में एक ऐसी घटना हुई थी, जिससे दोनों तरफ माहौल गरमा गया था. इंटरनेशनल योग दिवस पर मालदीव के माले के फुटबॉल ग्राउंड में कई भारतीय योग कर रहे थे. तभी आक्रामक भीड़ ने उन पर हमला कर दिया.
भारतीय उच्चायोग ने योग दिवस पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें राजदूत और डिप्लोमैट्स के साथ आम जनता भी शामिल हुई थी. डेढ़ सौ से ज्यादा प्रदर्शनकारियों की भीड़ मैदान में घुसी और हमला कर दिया. ये विरोध प्रदर्शन इसलिए हुआ था क्योंकि यहां की मुस्लिम आबादी योग को इस्लाम के खिलाफ मानती है. उस साल 192 देशों में योग दिवस पर इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए थे, जिनमें 44 मुस्लिम देश भी शामिल थे. हालांकि, मालदीव के अलावा किसी भी देश में इस तरह की घटना सामने नहीं आई.
मालदीव में भारत विरोधी घटना
यह घटना साल 2022 की है. माले के गालोलू स्टेडियम में 150 से भी ज्यादा लोगों की भीड़ घुसी और नारेबाजी करते हुए मेडिटेशन और योग कर रहे लोगों पर हमला कर दिया. मालदीव की न्यूज एजेंसी द एडिशन के मुताबिक, देश की मुस्लिम आबादी का एक तबका ऐसा है, जो योग को इस्लाम के विरुद्ध मानता है. इनका मानना है कि योग करना सूर्य की पूजा करने के समान है, जो इस्लाम में वर्जित है. हालांकि, कई लोगों का ऐसा मानना था कि यह एक योजनाबद्ध घटना थी, जिसमें चीन समर्थक शामिल थे.
इस्लामिक थियोलॉजी ऑफ काउंटर टेररिज्म (ITCT) के डिप्टी डायरेक्टर फरान जेफरी ने कहा कि मालदीव में हुई घटना में चीन समर्थक शामिल थे. उन्होंने कहा कि यह एक पूर्वनियोजित घटना लग रही है. उन्होंने मालदीव में अपने सूत्रों के हवाले से कहा कि इस घटना में देश के दो ग्रुप सलाफ और प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव (PPM) शामिल हैं. फरान जेफरी ने बताया कि सलाफ एक सलाफी संगठन है, जिसे लेकर माना जाता है कि वह आतंकी गतिविधियों में शामिल है. वहीं, पीपीएम इस्लामिक पॉलिटिकल पार्टी है, जो देश में इंडिया आउट कैंपेन चला रही है. हालांकि, सरकार ने कैंपेन पर रोक लगा दी है.
भारत और पीएम मोदी पर मालदीव के मंत्रियों की टिप्पणी से शुरू हुआ बवाल
मालदीव के तीन मंत्रियों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर की गई विवादित टिप्पणी ने ताजा विवाद को जन्म दिया है. पीएम मोदी हाल ही में लक्षद्वीप दौरे पर गए थे. यहां समंदर के किनारे पीएम मोदी की सैर करते और डुबकी लगाने की तस्वीरें सामने आई थीं. इसके बाद मालदीव की मोहम्मद मोइज्जू सरकार के तीन मंत्रियों- मरियम शिउना, महजूम माजिद और मालशा शरीफ ने भारत और पीएम मोदी को लेकर आपत्तिजनक बयानबाजी की थी. इसे लेकर कार्रवाई करते हुए मालदीव सरकार ने तीनों मंत्रियों को निलंबत कर दिया है.