नई दिल्ली: भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय अदालत में कुलभूषण जाधव का केस लड़ने वाले वकील हरीश साल्वे ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि एक बार फिर इस मामले में आईसीजे जाने की नौबत आ गई है. साल्वे ने कहा कि हम उस मोड़ पर आ गए हैं जहां भारत को फिर से ICJ जाने का फैसला करना पड़ सकता है क्योंकि पाकिस्तान ने इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की है.
वकीलों के एक ऑनलाइन कार्यक्रम में साल्वे ने कहा कि हमें इस बारे में जानकारी है कि कुलभूषण किस स्थिति में है. पाकिस्तान को समझाने के कई प्रयास भी हुए ताकि मानवीय आधार या किसी अन्य आधार पर वो जाधव छोड़ दें. साल्वे के मुताबिक पाक के साथ इस बाबत 7-8 बार पत्राचार भी हुआ है. लेकिन हर बार पाक मामले को टाल देता है.
एक सवाल का जवाब दे रहे साल्वे न कहा कि पाकिस्तान में यह एक ईगो का मुद्दा बन गया है. ऐसे में भारत को अब ICJ के फैसले पर आगे के निर्देश लेने के लिए फिर अदालत जाना पड़ सकता है. महत्वपूर्ण है कि जुलाई 2019 में नीदरलैंड्स स्थित अंतरराष्ट्रीय अदालत ने करीब 26 महीने चली सुनवाई के बाद दिए फैसले में भारत के हक में निर्णय सुनाते हुए कुलभूषण जाधव के लिए कौंसुलर सम्पर्क की इजाजत देने को कहा था. साथ ही जाधव के मामले की सिविलियन अदालत में सुनवाई के लिए भी अवसर मुहैया कराने को कहा था.
अदालत से आए फैसले पर भी काफी मुश्किल से पाकिस्तान ने 2 सितंबर 2019 को भारतीय राजनयिक को जाधव से मिलने की इजाजत तो दी. मगर सख्त पहरे और पाबंदियों के बीच. जिसके चलते कुलभूषण वही बोलते रहे जो उन्हें दबाव में कहा गया था. इससे नाखुशी जताते हुए भारत ने अगली मुलाकात की मांग की जो महीनों से लंबित है.
ये भी पढ़ें-