अमित शाह को लेकर कनाडा के बयान पर इंडिया सख्त! बोला- कुछ काउंसलर के फोन सर्विलांस पर, हालात और होंगे खराब
India Canada Relations: गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ कनाडा के आरोपों पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि ऐसी गैरजिम्मेदाराना हरकतों से दोनों देशों के रिश्तों पर गंभीर असर पड़ेगा.
India Canada Relations: गृह मंत्री अमित शाह पर कनाडा की उप-विदेश मंत्री के विवादित बयान को लेकर भारत ने सख्त रुख अपनाया है. विदेश मंत्रालय की ओर से बयान को ‘‘बेतुका और निराधार’’ करार दिया गया और कड़े शब्दों में उसके प्रति विरोध दर्ज कराया गया. देश ने इसके साथ ही कनाडाई उच्चायोग के प्रतिनिधि को तलब किया गया और भारत की ओर से विरोध दर्ज किया. शनिवार (दो नवंबर, 2024) को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के बयान में कहा गया, "भारत सरकार ने कनाडा के डिप्लोमेट को बुलाकर गृह मंत्री अमित शाह पर दिए बयान के लिए कड़ी आपत्ति जताई है. उन्हें नोट हैंडओवर किया गया और कड़ी आपत्ति जताई गई. यह भी बताया गया कि लगाए गए आरोप अनर्गल और निराधार हैं. सुनियोजित सजिश के तहत गलत जानकारी मीडिया को लीक की गई है. इस तरह की गलत जानकारी से द्विपीक्षय समझौते पर असर पड़ेगा."
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल बोले, “यह भारत के खिलाफ साजिश रचकर हमला करने की कनाडा की रणनीति का एक और उदाहरण लग रहा है. कनाडा के वरिष्ठ अधिकारियों ने पहले भी खुले तौर पर इस बात को स्वीकार किया है कि वे वेश्विक स्तर पर भारत की राय को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं. दूसरी तरह ये सभी आरोप पुख्ता सबूतों के बगैर लगाए गए हैं.” बयान में कहा गया कि कनाडा की ओर से निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं. कुछ कॉउंसलर को बताया है कि उनके फोन सर्विलांस पर हैं. भारत ने इस मसले पर कड़ी आपत्ति जताई है. आगे यही स्थिति रही तो मौजूदा स्थिति और खराब हो जाएगी.
"भारत पर हमले की अलग रणनीति है"
बयान में बताया गया कि कनाडा सरकार की ओर से उनके कुछ वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों को हाल ही में सूचित किया गया था कि वे उन ऑडियो और वीडियो निगरानी के तहत नजर बनाए हैं. उनके कम्युनिकेशन को भी बाधित किया गया. उन्होंने कनाडा सरकार के सामने के सामने इस कार्रवाई का औपचारिक रूप से विरोध किया और इसे प्रासंगिक राजनयिक और वाणिज्य् दूतावास सम्मेलनों का घोर उल्लंघन माना. उनके राजनयिक और दूतावास कर्मचारी पहले से ही हिंसा के माहौल में काम कर रहे हैं. कनाडा ने भारत को एक अलग किस्म की कैटेगरी में डाला है. यह कनाडा का भारत पर हमला करने की अलग रणनीति है. अनर्गल और निराधार बात करके आरोप मढ़ा जा रहा है, जो कि उचित नहीं है.
क्या है पूरा मामला? समझिए
दरअसल, कनाडा की राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया सलाहकार नथाली ड्रोइन, उप-विदेश मंत्री डेविड मॉरीसन व कनाडा के संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के सदस्यों ने 'वाशिंगटन पोस्ट' की लीक रिपोर्ट की पुष्टि की, जिसमें आरोप लगाया गया कि कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादियों को निशाना बनाने के अभियान के पीछे भारत के गृह मंत्री शाह का हाथ था. डेविड मॉरीसन ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि उन्होंने वाशिंगटन पोस्ट को शाह के नाम की ‘‘पुष्टि’’ की है. उन्होंने कहा, ‘‘पत्रकार ने मुझे फोन करके पूछा कि क्या यह वही व्यक्ति है. मैंने पुष्टि की कि यह वही व्यक्ति है.’’
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