India on Pakistan: भारत ने पाकिस्तान पीएम शहबाज शरीफ के शांति वाले बयान पर गुरुवार (19 जनवरी) को जवाब दिया है. इस दौरान भारतीय विदेश मंत्रालय ने जब तक आतंकवाद खत्म नहीं होता तब तक बातचीत नहीं होगी.
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ''हम लोग भी हमेशा पाकिस्तान से सामान्य रिश्ते चाहते हैं, लेकिन इसके लिए आतंकवाद न हो हमेशा से हिंदुस्तान का यह ही मानना रहा है.'' यह जवाब हिंदुस्तान ने पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ के बयान दिया है. हाल ही में उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान ने एक ''सबक'' सीख लिया है और वह भारत के साथ शांति से रहना चाहता है. शरीफ ने इस बात पर जोर दिया कि दोनों पड़ोसियों को बम और गोला-बारूद पर अपने संसाधनों को बर्बाद नहीं करना चाहिए.
शहबाज शरीफ ने क्या कहा था?
शहबाज शरीफ ने सोमवार (16 जनवरी) को दुबई स्थित अल अरबिया समाचार चैनल के साथ एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध कश्मीर मुद्दे तथा पाकिस्तान से उत्पन्न होने वाले सीमा पार आतंकवाद को लेकर तनावपूर्ण रहे हैं. शरीफ ने कहा, 'भारत के साथ हमारे तीन युद्ध हुए हैं तथा इसने हमारे लोगों के लिए और अधिक दुख, गरीबी और बेरोजगारी ही पैदा की है.'
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मेरा संदेश है कि आइए हम मेज पर बैठें और कश्मीर जैसे ज्वलंत मुद्दों को हल करने के लिए गंभीर और ईमानदार बातचीत करें.’’
पीएम मोदी को लेकर क्या बोले?
शहबाज शरीफ ने कहा, 'हमने अपना सबक सीख लिया है और हम शांति से रहना चाहते हैं बशर्ते हम अपनी वास्तविक समस्याओं को हल करने में सक्षम हों. हम गरीबी को कम करना चाहते हैं, समृद्धि प्राप्त करना चाहते हैं और अपने लोगों को शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाएं और रोजगार प्रदान करना चाहते हैं. बमों एवं गोला-बारूद पर अपने संसाधनों को बर्बाद नहीं करना चाहते हैं. यही वह संदेश है जो मैं प्रधानमंत्री मोदी को देना चाहता हूं.
विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ के इंटरव्यू में दी गई टिप्पणियों को देखा है. लेकिन इसके बाद भी पाक पीएमओ की तरफ स्पष्टीकरण दिया गया है. पहले भी बयान आए जो कि अलग- अलग तरह के है.
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