India on Nawaz Sharif: नवाज शरीफ ने मानी कारगिल युद्ध को गलती तो भारत ने दिया ये जवाब; जानें विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
India on Nawaz Sharif: भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लाहौर शांति समझौता हुआ था. हालांकि, दोनों देशों के बीच कुछ महीने के बाद कारगिल युद्ध शुरू हो गया था.
India on Nawaz Sharif: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हाल ही में 25 साल पहले कारगिल युद्ध को लेकर की गई गलती को स्वीकार किया था. अब नवाज शरीफ के बयान पर भारत की ओर से प्रतिक्रिया आई है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान में निष्पक्ष नजरिया उभर रहा है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने नवाज शरीफ के बयान का जवाब देते हुए कहा कि आप इस मुद्दे पर हमारी स्थिति से अवगत हैं. हम देख रहे हैं कि पाकिस्तान में भी एक निष्पक्ष नजरिया उभर रहा है. मुझे इसे दोहराने की जरूरत नहीं है.
POK पर क्या बोले रणधीर जायसवाल
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पीओके को लेकर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, ''पीओके पर हमारी स्थिति साफ है. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दोनों जगह केंद्र शासित प्रदेश भारत का हिस्सा हैं और देश का अभिन्न अंग हैं. वे भारत के अभिन्न अंग हैं और हमेशा बने रहेंगे.''
#WATCH | Delhi: On Nawaz Sharif’s comments on the Lahore Declaration, MEA spokesperson Randhir Jaiswal says, "You are aware of our position on the issue. We note that there is an objective view emerging in Pakistan as well." pic.twitter.com/2bjSuPaJkq
— ANI (@ANI) May 30, 2024
नवाज शरीफ ने क्या दिया था बयान?
दरअसल, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मंगलवार (28, मई) को स्वीकार करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने भारत के साथ 1999 में उनके और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा हस्ताक्षरित समझौते का उल्लंघन किया था. उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी लाहौर आये और हमारे साथ समझौता किया, लेकिन हमने उस समझौते का उल्लंघन किया. यह हमारी गलती थी.
कारगिल युद्ध से पहले भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लाहौर शांति समझौता हुआ था. तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और नवाज शरीफ ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन कुछ महीने के बाद जम्मू-कश्मीर के कारगिल में पाकिस्तानी घुसपैठ के कारण कारगिल युद्ध शुरू हो गया.