INDIA Alliance: इंडिया गठबंधन में साथ निभा पाएगी कांग्रेस और AAP? जानें आखिर क्यों उठ रहे सवाल
INDIA Alliance Meeting: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के चुनावी दौरे ने कांग्रेस में हलचल बढ़ा दी है, इसकी बानगी कांग्रेस नेताओं के बयानों से ही साफ है.
Lok Sabha Election 2024: बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA की एकता पर लगातार सवाल उठ रहे है. सवाल ये कि क्या 2024 लोकसभा चुनाव तक ये गठबंधन बरकरार रह पायेगा या नहीं. दरअसल ये सवाल इसलिये उठ रहे है क्योंकि जब से ये गठबंधन तैयार किया गया है तभी से कांग्रेस और AAP नेताओं के बीच बयानों की तलवारें खिंची हुई है.
कभी कांग्रेस की तरफ से तो कभी AAP की तरफ से ऐसा बयान सामने आता है जिससे ये लगता है कि मानो दोनों ही पार्टियां एक साथ गठबंधन का हिस्सा नहीं रहना चाहती हो, लेकिन फिर दोनों के बीच पैचअप की खबरें भी सामने आ जाती है.
दोनों पार्टियों के बीच चल रही इस नोंक-झोंक से जुड़ा ताजा विवाद तब खड़ा हुआ जब AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश चुनावी दौरे पर चले गए और इस दौरान उन्होंने बीजपी के साथ-साथ कांग्रेस को भी आड़े हाथों ले लिया.
अरविंद केजरीवाल ने छत्तीसगढ़ में मौजूदा कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की खराब हालत के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है.
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने किया ट्वीट
अरविंद केजरीवाल के इस चुनावी दौरे ने कांग्रेस में हलचल बढ़ा दी. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने ट्वीट (X) कर लिखा, ‘’रायपुर क्यों जाना? हमारी छत्तीसगढ़ सरकार के प्रदर्शन की तुलना पिछली रमन सिंह की सरकार से कर लीजिए.''
उन्होंने आगे कहा, ''अपनी पसंद से कोई भी क्षेत्र चुन लीजिए और दिल्ली में पिछली कांग्रेस की सरकार से अपनी सरकार की तुलना कर लीजिए. रायपुर के लिए उड़ान भरने से पहले दिल्ली की जमीनी स्थिति के बारे में बात करनी चाहिए जहां पूरा शहर रसातल में जा रहा है.‘’
INDIA की बैठक में शामिल होगी AAP
दोनों पार्टियों के नेताओं की तरफ से एक दूसरे के खिलाफ दिए इन बयानों से एक बार फिर ये चर्चा शुरू हो गई कि क्या दोनों पार्टियां एक दूसरे के साथ गठबंधन का हिस्सा रहेंगी या नहीं, लेकिन आज खुद अरविंद केजरीवाल ने इन अटकलों को विराम दे दिया.
अरविंद केजरीवाल ने मुंबई में होने वाली INDIA गठबंधन की अगली बैठक में शामिल होने के सवाल के जवाब में कहा कि वो मुंबई जाएंगे, जो भी रणनीति बनेगी आपको बताएंगे. यानि साफ है कि फिलहाल AAP गठबंधन का हिस्सा बनी रहेगी, लेकिन इस बीच जब उनसे पूछा गया कि उनके छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के दौरे को लेकर कांग्रेस नाराज है तो इस पर वो केजरीवाल ने कोई जवाब नहीं दिया.
क्या बोली कांग्रेस और आप?
हालांकि कांग्रेस की नाराजगी से जुड़ा सवाल जब AAP के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने पूछा गया तो इशारों इशारों में उन्होंने भी कांग्रेस से नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा, ''हमसे तो सभी को दिक्कत होती है. बीजेपी को भी दिक्कत होती है.''
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो कांग्रेस के महासचिव तारिक अनवर ने कहा कि INDIA गठबंधन की पूरी तस्वीर साफ होने में अभी समय लगेगा. मुंबई बैठक में सभी विषयों पर चर्चा होगी.
क्या चाहती है आप?
साफ है कि सीट बंटवारे को लेकर जब तक INDIA गठबंधन में शामिल दलों के बीच स्थिति साफ नहीं हो जाती. तब तक इसी तरह पार्टियां के बीच तनातनी जारी रहेगी. सूत्रों की माने तो यही वजह है कि इस बार की बैठक में AAP का मुख्य मुद्दा सीट बंटवारे को लेकर ही होगा.
दरअसल AAP चाहती है कि सीट बंटवारे की पिक्चर जल्द से जल्द साफ हो जाए ताकि ये साफ हो सके कि पार्टी को किस जगह कितनी सीटों पर चुनाव लड़ना है और तैयारी भी उसी हिसाब से की जा सके. हालांकि AAP राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान पहले ही कर चुकी है.
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