नई दिल्ली: भारतीय मौसम विभाग ने मंगलवार को कहा कि मानसून की दस्तक में एक दिन का विलंब हो सकता है और यह सात जून को आ सकता है. मौसम संबंधी भविष्यवाणी करने वाली निजी कंपनी स्काईमेट ने भी शनिवार को अपने पूर्वानुमान को संशोधित करते मानसून के आने की तिथि को चार जून से सात जून किया.


पिछले महीने केरल में मानसून के दस्तक देने की अनुमानित तारीख की घोषणा करते हुए मानसून विभाग ने कहा था कि मानसून छह जून को पहुंच सकता है. साथ ही उसने यह भी कहा था कि इसकी दस्तक चार दिन पहले या बाद में कभी भी हो सकती है. पृथ्वी विज्ञान मंत्री हर्षवर्धन ने भी संकेत दिया था कि मानसून केरल के तट पर 6-7 जून को पहुंच सकता है. हर्षवर्धन ने कहा कि मानसून दीर्घ अवधि औसत (एलपीए) का 96 प्रतिशत रह सकता है जो सामान्य और सामान्य से कम श्रेणी की कगार पर माना जाता है.


देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ रही है और कुछ हिस्सों हिस्सों में पारा 50 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है. ऐसे में मानसून की दस्तक लोगों के लिए किसी बड़ी राहत से कम नहीं है.


राजस्थान के अधिकतर हिस्सों में मंगलवार को भी भीषण गर्मी का सितम जारी रहा. राज्य के पश्चिमी इलाकों और पूर्वी इलाकों के मैदानी भागों में लू चलने से आमजनजीवन प्रभावित हुआ. मौसम विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि चूरू में अधिकतम तापमान 48 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया. पिछले दिनों यहां तापमान 50.8 डिग्री सैल्सियस तक दर्ज किया गया था. राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और बिहार के कुछ हिस्सों में लोगों को पानी के संकटों का सामना करना पड़ रहा है.


वहीं पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में मंगलवार सुबह तेज हवाओं व गरज के साथ बौछारें पड़ने से क्षेत्र में गर्मी और लू के कहर से काफी राहत मिली है. कई स्थानों पर, करीब एक सप्ताह तक अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा. चंडीगढ़ और इसके आसपास के इलाकों में भी बारिश हुई.