Navy Chief On China-Pak: नेवी चीफ बोले- भारत के लिए चीन एक बड़ी चुनौती, पाकिस्तान को लेकर भी कही ये बात
Navy Chief About China: नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने चीन को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चुनौती बताया. साथ ही कहा कि पाकिस्तान फौज के आधुनिकीकरण में जुटा है.
Navy Chief About China-Pakistan: नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार का मानना है कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चीन एक बड़ी चुनौती बना हुआ है. दिल्ली में एक सेमिनार को संबोधित करते हुए नौसेना प्रमुख ने यह भी कहा कि चीन समुद्री-क्षेत्र में एंटी-पायरेसी की आड़ में हिंद महासागर में अपनी मौजूदगी को सामान्य बनाने की जुगत में लगा हुआ.
चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बगैर एडमिरल हरि कुमार ने यह भी कहा कि संभावित विरोधियों से युद्ध की संभावना को नकार नहीं सकते. उन्होंने आगे कहा कि इन विरोधी देशों से हमारी रोजाना प्रतिस्पर्धा होती और कभी- कभी तो हमारे सब्र का बांध टूटने का इंतजार करता है.
फौज के आधुनिकीकरण में जुटा पाकिस्तान
नौसेनाध्यक्ष आर हरि कुमार ने कहा कि पाकिस्तान आर्थिक बदहाली से गुजरने के बाद भी फौज के आधुनिकीकरण में जुटा है. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान 50 युद्धपोत वाली नौसेना बनाने में लगा है. नौसेना प्रमुख ने आगे कहा कि हमें इस बात को समझना होगा कि भविष्य में युद्ध ना केवल जमीन और आसमान में बल्कि इंफॉर्मेशन और डिजिटल वर्ल्ड जैसे मल्टीपल डोमेन में भी होगा.
आतंकवाद बड़ी चुनौती
एडमिरल हरि कुमार ने कहा कि चीन और पाकिस्तान से पारंपरिक चुनौतियां मिलती रहेगी पर इसके अलावा आतंकवाद भी हमारी सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती है. उन्होंने कहा कि चीन, पाकिस्तान और आतंकवाद को लेकर नौसेना को सैन्य भूमिका निभाने के साथ ही समंदर में पायरेसी (समुद्री-लूट), हथियारों और ड्रग्स की स्मगलिंग को भी रोकना होता है.
इतिहास में नौसेना की भूमिका पर चर्चा करते हुए एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि अगर दक्षिण में चोल-साम्राज्य को अपवाद मान लें तो भारत में पूरी तरह से लैंड-सेंट्रिक दृष्टिकोण रहा. उन्होंने कहा कि रोम और ग्रीस से लेकर यूरोप ने दुनिया पर राज अपनी नौसेनाओं के बल पर किया.
2047 में नौसेना पूरी तरह होगी आत्मनिर्भर
एडमिरल हरि कुमार ने कहा कि एक समुद्री-ताकत बनने के लिए भारतीय नौसेना आत्मनिर्भरता के रास्ते पर चल रही है. इसके लिए पिछले साल जितने भी युद्धपोत नौसेना के जंगी बेड़े का हिस्सा बने, वो सभी भारत में बने थे. इसके अलावा मौजूदा समय में जो 41 युद्धपोत नौसेना के लिए बन रहै हैं, उनमें से 39 का निर्माण देश के ही शिपयार्ड में हो रहा है. साथ ही जिन 39 नए युद्धपोतों के लिए करार हो रहा वो सभी स्वदेशी होंगे. नौसेना प्रमुख ने बताया कि साल 2047 तक नौसेना पूरी तरह से आत्मनिर्भर बन जाएगा.
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