Indo-Nepal Joint Military Excercise: भारत और नेपाल की सेनाएं आतंकवाद विरोधी ऑपरेशनों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए आज (16 दिसंबर) से दो हफ्ते के मेगा सैन्य अभ्यास की शुरुआत करेंगी. नेपाल (Nepal) के सालझंडी इलाके में आर्मी बैटल स्कूल में 'सूर्य किरण' एक्सरसाइज का 16वां एडिशन हो रहा है. भारतीय सेना (Indian Army) ने कहा कि वार्षिक अभ्यास का मकसद जंगल युद्ध और पहाड़ी इलाकों में आतंकवाद विरोधी ऑपरेशनों में आपसी सहयोग को बढ़ाना है.
इस मिल्ट्री एक्सरसाइज में नेपाली सेना अपनी श्री भवानी बक्श बटालियन के सैनिकों को तैनात कर रही है, जबकि भारतीय दल '5 गोरखा राइफल्स' से है. सेना ने एक बयान में कहा, "ज्वाइंट एक्सरसाइज आतंकवाद विरोधी ऑपरेशनों में यूनिट लेवल पर सामरिक संचालन की योजना, डिजास्टर रिस्पांस मैकेनिज्म और आपदा प्रबंधन में सशस्त्र बलों की भूमिका पर ध्यान केंद्रित करेगा."
किन बातों पर रहेगा फोकस?
सेना की ओर से बताया गया है कि भारत नेपाल ज्वाइंट मिल्ट्री एक्सरसाइज के दौरान कई महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखा जाएगा. बयान में कहा गया कि अभ्यास के दौरान, पार्टिसिपेट इंटर-ऑपरेबिलिटी विकसित करने के लिए एक साथ ट्रेनिंग लेंगे और काउंटर इंसर्जेंसी, काउंटर टेररिस्ट ऑपरेशंस, मानवीय राहत अभियानों सहित अपने अनुभव साझा करेंगे. सेना ने कहा, "संयुक्त सैन्य अभ्यास रक्षा सहयोग के स्तर को बढ़ाएगा जो दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा देगा."
भारतीय सेना का रिएक्शन
बता दें कि नेपाल-भारत सीमा के पास रूपनदेही के सालझंडी में होने वाले सैन्य अभ्यास में भाग लेने के लिए भारतीय सेना का एक दल बुधवार (15 दिसंबर) को नेपाल पहुंचा. काठमांडो स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया कि भारतीय सेना का दल 16वां भारत-नेपाल सैन्य अभ्यास ‘सूर्य किरण’ में हिस्सा लेने के लिए नेपाल के सालझंडी पहुंच गया है. यह अभ्यास पेशेवर अनुभवों को आपस में साझा करने और दोनों देशों की सेनाओं के बीच दोस्ताना संबंधों को मजबूत करने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है. इसके पहले इस अभ्यास के 15वें संस्करण का आयोजन पिथौरागढ़ में किया गया था, जिसमें दोनों देशों के 650 सैनिकों ने हिस्सा लिया था. नेपाली सेना ने अपना दल उसमें हिस्सा लेने के लिए भेजा था.
नेपाली सेना ने क्या कहा
सूर्य किरण अभ्यास प्रतिवर्ष नेपाल और भारत में आयोजित किया जाता है. नेपाल की सेना के प्रवक्ता नारायण सिलवाल ने कहा कि 16वां सूर्य किरण अभ्यास दो हफ्ते तक चलेगा. सिलवाल ने कहा कि यह एक अनुभव साझा करने वाला प्रोग्राम है. इस एक्सरसाइज से दोनों देशों के आपसी संबंधों को मजबूत करने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि इस तरह के सैन्य अभ्यास के दौरान, दोनों देशों की सेनाओं को अपने अनुभव और स्किल साझा करने का अवसर मिलेगा. इस तरह की एक्सरसाइज दोनों देशों की सेनाओं को अपनी पेशेवर दक्षता बढ़ाने में मदद करता है.
इसे भी पढेंः-
UNSC: 'हम एक और 9/11 या 26/11 नहीं होने दे सकते', UNSC में बोले एस जयशंकर, चीन-पाक पर वार